महिलाएं शिक्षित हों, बेटियां भी पढ़ाएं
जासं, बदायूं : जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी जहीर अब्बास ने कहा कि इस्लामिक धर्म ग्रंथों में भी शिक
जासं, बदायूं : जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी जहीर अब्बास ने कहा कि इस्लामिक धर्म ग्रंथों में भी शिक्षा की अनिवार्यता पर जोर दिया गया है। अल्पसंख्यक महिलाओं को खुद शिक्षित होने के साथ बेटियों को भी शिक्षित बनाने के लिए आगे आना चाहिए।
नकविया इस्लामियां गर्ल्स इंटर कालेज में रविवार को अंशिका ग्रामोद्योग सेवा संस्थान की ओर से अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं में शिक्षा विषयक सेमीनार का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि जहीर अब्बास ने महिलाओं को शिक्षित बनाने पर जोर दिया। अध्यक्षता कर रहे डा.रामबहादुर व्यथित ने कहा कि विद्या से अमृत बरसता है, राजा की पूजा सिर्फ उसके राज्य में होती है मगर विद्वान की पूजा पूरे विश्व में होती है। अब्दुल सुबूर खां शिक्षा ग्रहण करने के लिए महिलाओं को आगे आना चाहिए।
प्रो.रियाजुद्दीन अहमद ने कहा कि अल्पसंख्यकों में मुस्लिम महिलाओं का शैक्षिक स्तर पर बहुत निम्न है। इसे बढ़ाने की जरूरत है। प्रो.शिवराज सिंह ने कहा कि रूढि़वादी सोच बदलकर ही हम तरक्की कर सकते हैं। डा.शरद अरोरा, डा.शाहीन बी, शबा, पलक, राजीव सिंह गौर ने भी विचार व्यक्त किए। संस्था सचिव मुकेश सिंह परिहार ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर भूपेंद्र सिंह भदौरिया, अजय कुमार शंखधार, मनोज कुमार चतुर्वेदी, आशीष पाल आदि मौजूद रहे। संचालन जमीर अहमद ने किया।