ठेका गाड़ी के नाम पर अब नहीं चलेगा खेल
जासं, बदायूं : ठेका गाड़ी के परमिट के नाम पर चलने वाला डग्गामारी का खेल अब नहीं चल पाएगा। मामला शासन
जासं, बदायूं : ठेका गाड़ी के परमिट के नाम पर चलने वाला डग्गामारी का खेल अब नहीं चल पाएगा। मामला शासन तक पहुंच जाने पर अब ठेका गाड़ी पर शिकंजा कसने की तैयारी की गई है। जिन रूटों पर परिवहन निगम की बसें ही चल सकती हैं, उन पर धड़ल्ले से हो रही डग्गामारी को रोकने के लिए प्रबंधक निदेशक परिवहन निगम ने जिलाधिकारी को निर्देशित किया है कि परिवहन विभाग के अधिकारियों और पुलिस के साथ मिलकर सामूहिक अभियान चलवाएं। शासन का आदेश मिलने के बाद जिला प्रशासन ने भी शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है।
शहर में रोडवेज से लेकर कलेक्ट्रेट तक से ठेका गाड़ियां खुलेआम डग्गामारी कर रही हैं। जबकि ठेका गाड़ी का परमिट रिजर्व सवारियां लेकर चलने के लिए दिया जाता है, लेकिन यहां तो ठेका परमिट का मतलब ही बदल दिया गया है। ठेका गाड़ी के नाम पर डग्गामारी की शिकायत शासन तक पहुंच चुकी है। प्रबंध निदेशक मुकेश कुमार मेश्राम ने जिलाधिकारी को निर्देशित किया है कि इसे रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाएं। शासन स्तर पर हादसों के आंकड़ों में पाया गया है कि निजी बसों से सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। इसलिए निजी बसों में यात्रा करना असुरक्षित एवं असुविधाजनक है। प्रबंध निदेशक ने यह भी कहा है कि परिवहन निगम की बसों में यात्रा अनुशासित एवं सुरक्षित होती है, उसमें यात्रियों का बीमा भी होता है। निगम की बसों में जीपीएस आधारित वीटीएस भी स्थापित किया गया है, ताकि गति पर भी ध्यान रखा जा सके।