आजमगढ़ के दुर्गा मंदिरों में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
शहर के चौक स्थित दक्षिणमुखी देवी मंदिर पर सुबह से ही श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना शुरू किया और देर रात तक जारी रहा।
आजमगढ़ (जागरण संवाददाता)। वासंतिक नवरात्र के पहले दिन बुधवार को देवी मंदिरों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। इस दौरान घंट-घड़ियाल व भक्तिगीतों से पूरा माहौल ही दुर्गामय हो गया है। शहर के चौक स्थित दक्षिणमुखी देवी मंदिर पर सुबह से ही श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना शुरू किया और देर रात तक जारी रहा।
नवरात्र को लेकर घर-घर में कलश की स्थापना की गई और पूजन-अर्चन शुरू हो गया है। मां के जयकारे चौतरफा गूंजते रहे। भक्तिगीतों से लोग ओत-प्रोत हो गए। चौक दक्षिणमुखी देवी के पुजारी शरद तिवारी ने बताया कि के नौ गौरी दर्शन पूजन के क्रम में तीसरे दिन सौभाग्य गौरी का दर्शन-पूजन हुआ। इनका स्वरुप परम शांतिदायक व कल्याणकारी है। इनके मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र हैं। इसी कारण इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है। इनके शरीर का रंग स्वर्ण के समान चमकीला है।
इनके दस हाथ हैं जिनमें खड्ग, धनुष, बाण आदि-शस्त्र विभूषित हैं। इनका वाहन सिंह है। इनकी मुद्रा युद्ध के लिए उद्यत रहने की होती है। इनके घंटे की प्रचंड ध्वनि से अत्याचारी दानव, दैत्य, राक्षस सदैव प्रकंपित रहते हैं। चौक दक्षिणमुखी मंदिर पर सुबह पांच बजे से ही श्रद्धालुओं ने आना शुरू कर दिया था। पहले दिन मां की प्रतिमा को भव्य रूप से सजाया संवारा गया था। सुबह से शुरू हुआ पूजन अर्चन देर रात तक चलता रहा। इस दौरान मां के जयकारे से पूरा माहौल गुंजायमान होता रहा।
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घंट घड़ियाल की धुन से माहौल भक्तिमय हो गया है। इसके अलावा धूप-अगियारी व अगरबत्ती की खुशबू से माहौल स्वच्छ हो गया है। यहां सुरक्षा के मद्देनजर महिला पुलिस की तैनाती भी की गई थी। शहर के बड़ादेव मंदिर पर स्थित मां दुर्गा की प्रतिमा पर भी सुबह से लोगों का तांता लगा रहा। यहां पुजारी बारी-बारी से सभी को दर्शन पूजन कराते रहे। इसी प्रकार शहर के रैदोपुर स्थित दुर्गा मंदिर पर भी सुबह से ही लोग पूजन अर्चन कर रहे थे। यहां मां की भक्तिगीतों के बज रहे गीत बरबस लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे।
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