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भ्रष्टाचार में लिप्त एसओ व आरक्षी निलंबित

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : सूबे में सत्ता एवं निजाम के बदलते ही प्रशासनिक व्यवस्था भी बदलती नजर आन

By JagranEdited By: Published: Fri, 31 Mar 2017 01:01 AM (IST)Updated: Fri, 31 Mar 2017 01:01 AM (IST)
भ्रष्टाचार में लिप्त एसओ व आरक्षी निलंबित
भ्रष्टाचार में लिप्त एसओ व आरक्षी निलंबित

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : सूबे में सत्ता एवं निजाम के बदलते ही प्रशासनिक व्यवस्था भी बदलती नजर आने लगी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर आसीन योगी आदित्यनाथ के हनक का असर रहा कि अधिकारी व कर्मचारी पूरी सतर्कता के साथ कार्य व्यवहार में परिवर्तन ला चुके हैं। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण गुरुवार को जनपद में भी देखने को मिला। पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने किसान को पशुतस्कर बताते हुए उससे 40 हजार पांच सौ रुपये वसूल लेने के आरोप में दोषसिद्ध मिले आरक्षी के साथ ही कंधरापुर थानाध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। पुलिस अधीक्षक द्वारा की गई इस कार्रवाई से महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।

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इस मामले में मऊ जिले के मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत तुलसीपुर कुढ़वा ग्राम निवासी विश्राम यादव का आरोप है कि थ्रेसर खरीदने के लिए वह अपने आधा दर्जन पशुओं को लेकर पुत्र व भतीजे के साथ बीते सप्ताह फैजाबाद जिले के जुबेरगंज में लगने वाले पशु मेले में गया था। वहां उसने चार पशुओं की बिक्री की और दो मवेशियों को वाहन पर लादकर वापस लौट रहे थे। गत मंगलवार की भोर में कंधरापुर क्षेत्र के मंदुरी हवाई पट्टी के पास क्षेत्र भ्रमण पर निकले आरक्षी विष्णुकांत द्विवेदी ने वाहन को रोक लिया और उसपर सवार लोगों को पशुतस्कर बताते हुए थाने ले आया। थाने में सिपाही ने किसान विश्राम यादव के पास मौजूद पशु बिक्री के 40500 रुपये वसूल लिए। पीड़ित व्यक्ति ने इसकी शिकायत एसपी आनंद कुलकर्णी से की। उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए उसी रात मामले की जांच सहायक पुलिस अधीक्षक प्रशिक्षु सतपाल को सौंपते हुए आरोपी आरक्षी तथा कंधरापुर थानाध्यक्ष फरीद अहमद को लाइन हाजिर कर दिया। प्रशिक्षु आपीएस द्वारा की गई जांच में आरोप सही पाए जाने पर पुलिस अधीक्षक ने गुरुवार को पूर्व में लाइन हाजिर किए गए एसओ फरीद अहमद व आरक्षी विष्णुकान्त द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। एसपी ने आरोपी सिपाही द्वारा वसूली गई रकम भी पीड़ित को वापस दिलाया। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक ने कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त किसी भी अधिकारी कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने नागरिकों से भी अपील की कि जहां कहीं भी पुलिस कर्मियों द्वारा भ्रष्टाचार करते हुए मिले तो उनकी लिखित शिकायत करें। मामले की जांच कराकर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। एसपी की इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।


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