सड़क हादसे में महिला सहित दो की मौत
तरवां (आजमगढ़) : क्षेत्र के भीलिहिली गांव स्थित मोड़ के पास शनिवार की शाम करीब चार बजे बाइक की चपेट म
तरवां (आजमगढ़) : क्षेत्र के भीलिहिली गांव स्थित मोड़ के पास शनिवार की शाम करीब चार बजे बाइक की चपेट में आ जाने से 38 वर्षीय स्कूल परिचारिका की मौके पर ही मौत हो गई। इस दुर्घटना में बाइक सवार भी गंभीर रूप से घायल हो गया। इलाज के लिए जिला मुख्यालय ले जाते समय रास्ते में उसने भी दम तोड़ दिया।
गाजीपुर जिले के बहरियाबाद थानांतर्गत पलिवार ग्राम निवासी लच्छन गोंड़ तरवां थाना क्षेत्र के भीलिहिली मोड़ के पास मड़ई डालकर परिवार सहित रहता है। लगभग सात वर्ष पूर्व उसकी पुत्री चंद्रकला (38) पति से संबंध विच्छेद हो जाने के कारण अपनी दो बेटियों के साथ पिता के घर चली आई। जबकि उसके दो पुत्र मेंहनगर थाना क्षेत्र के टिसौरा ग्राम निवासी अपने पिता रामअवध के साथ रहते हैं। चंद्रकला तरवां बाजार के पास स्थित एक निजी विद्यालय में परिचारिका पद पर काम करती थी। शनिवार की शाम करीब चार बजे वह विद्यालय से पैदल घर लौट रही थी। घर के पास ही पीछे से आ रही बाइक से उसे धक्का लगा और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। इस दुर्घटना में बाइक चालक अमित राम (24) पुत्र रमेश भी गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल युवक गाजीपुर जिले के बहरियाबाद थानांतर्गत भंवरूपुर गांव का रहने वाला था। घायल की शिनाख्त होने पर हादसे की सूचना उसके परिजनों को दी गई। मौके पर पहुंचे परिजन उसे लेकर जिला मुख्यालय जा रहे थे कि रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। शव लेकर परिजन घर लौट गए। इस दुर्घटना में मृतकों के घर कोहराम मचा हुआ है। समाचार लिखे जाने तक मृतकों के शव उनके घर रखे गए थे।
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परिजनों के क्रंदन से माहौल हुआ कारुणिक
मां की ममता से महरूम हुई किशोरवय बेटियां
28 को विदेश जाने वाला था अमित
तरवां (आजमगढ़) : पति से हुई अनबन के बाद पिता के घर रहने को मजबूर हुई चंद्रकला अपनी दो बेटियों के भरण-पोषण हेतु स्कूल में दाई का काम करती थी। शनिवार को घर के समीप ही हुई दुर्घटना में उसकी मौत के बाद परिजनों का करुण क्रंदन हर किसी का कलेजा छलनी कर दे रहा था। यही हाल दूसरे मृतक अमित के घर का भी रहा। मृतक की नवविवाहिता पत्नी व परिजनों का विलाप सुन हर किसी की आंखें नम हो जा रही थी। चंद्रकला के पिता लच्छन गोंड तो जैसे अपनी सुधबुध खो बैठा था। दरवाजे पर पड़े चंद्रकला के शव से लिपटकर जार-जार रो रही किशोरवय पुत्रियां सोनी व कविता को चुप कराने की लोग हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। मौके पर मौजूद हर किसी की आंखें नम थी। 15 वर्षीय बड़ी बेटी सोनी व छोटी कविता का यह विलाप अब हमहन के संभाली रे माई। हर किसी को सिसकने के लिए मजबूर कर दे रहा था। वहीं मृतक अमित जीविकोपार्जन के लिए विदेश रहता था। परिजनों द्वारा उसकी शादी तय कर देने पर तीन माह पूर्व अपने घर आया था। बीते छह जून को क्षेत्र के खासपुर ग्राम निवासी बिट्टू से उसकी शादी हुई थी और 28 जुलाई को अमित दूसरी बार विदेश जाने वाला था। विधाता का अजब संयोग कि ससुराल में आई बिट्टू की दो माह भी नहीं गुजरे कि उसकी मांग का ¨सदूर पल भर में धुल गया।