ब्लाक कर्मी के साथ अभद्रता, तालाबंदी
अहरौला (आजमगढ़) : स्थानीय ब्लाक के एडीओ पंचायत को कतिपय लोगों द्वारा मारने-पीटने के आरोप के विरोध श
अहरौला (आजमगढ़) : स्थानीय ब्लाक के एडीओ पंचायत को कतिपय लोगों द्वारा मारने-पीटने के आरोप के विरोध शुक्रवार को कर्मचारी ब्लाक कार्यालयों में ताला बंदी कर धरने पर बैठ गए और आरोपियों की गिरफ्तारी व ब्लाक परिसर में पुलिस सुरक्षा की मांग करने लगे। उच्चाधिकारियों के आश्वासन पर तीन बजे धरना समाप्त हुआ।
धरने को संबोधित करते हुए ग्राम पंचायत अधिकारी संगठन के जिला मंत्री शांतिशरण ¨सह ने कहा कि ब्लाक में हमें अपनी सुरक्षा स्वयं करनी होगी और किसी भी गलत मांग को स्वीकार नहीं करेंगे। जो भी कर्मचारियों को उत्पीड़न करेगा उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। बताया कि बुधवार की शाम लगभग चार बजे ब्लाक मुख्यालय पर पंचायत चुनाव संबंधी सूची एकत्रित करने के लिए विभागीय व कर्मचारियों के साथ प्रभारी सहायक विकास अधिकारी रामआसरे यादव बैठक समाप्त होने पर सभागार से बाहर निकल रहे थे। उसी समय क्षेत्र के ग्राम भा बिहराबुर्जुग के तीन लोग ने पंचायत विकास अधिकारी को पकड़कर जबरदस्ती बीएलओ द्वारा उनके गांव की जमा की गई मतदाता की संशोधित सूची दिखाने की मांग करते हुए दबाव बनाने लगे। जब पंचायत अधिकारी के द्वारा नियम के विपरीत मना किया गया तो संबंधित लोग अभ्रद्रता करते हुए उन्हें मारने-पीटने लगे। यहीं उनके हाथ से कागजात की फाइल छीनकर फाड़कर फेंक दिया और जान से मारने की धमकी देने लगे। धरने में खंड विकास अधिकारी बीके चौधरी को घटना के बाबत अवगत कराया
गया। इसके बाद जिलाधिकारी के
आश्वासन पर कर्मचारियों को पुलिस सुरक्षा व आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के पहुंचने पर कर्मचारियों ने धरना समाप्त किया। इस मौके पर सफाई कर्मचारी ब्लाक अध्यक्ष लालमन, पूर्व अध्यक्ष जगपत यादव, शैलेंद्र चौबे, जगदंबा दुबे, रामअशीष तिवारी, हरिनाथ, नरेंद्र, सुरेंद्र, चंद्रबली यादव आदि थे।
तीन के खिलाफ नामजद रिपोर्ट
अहरौला : घटना के समय कर्मचारियों व अन्य लोगों ने किसी तरह पंचायत अधिकारी को
बचाया। इसके बाद भी कतिपय दबंग उनके ऊपर बार-बार दबाव बनाकर सूची न देने पर परिणाम भुगतने की धमकी देने लगे। बताया कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संबंधी कार्यों
में बाधा डाली जा रही है। देर शाम कर्मचारी लामबंद होकर अहरौला थाने
पहुंचे। प्रभारी सहायक विकास अधिकारी रामआसरे यादव की तहरीर पर पुलिस ने सरकारी कार्यों में बाधा, हाथापाई, मारपीट, धमकी, सरकारी अभिलेखों की क्षति जैसी सुसंगत धाराओं में तीनों लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की। े