भजन से भरत शर्मा ने लूटी महिफल
आजमगढ़ : बाबा भंवर नाथ मंदिर में मंगलवार को आस्था की बयार बही। अमृत रस में जहां भक्तजन आकंठ डूबे रह
आजमगढ़ : बाबा भंवर नाथ मंदिर में मंगलवार को आस्था की बयार बही। अमृत रस में जहां भक्तजन आकंठ डूबे रहे वहीं संगीत संध्या में भजन सम्राट भरत शर्मा ने महफिल लूट ली। आस्था और संगीत के इस संगम का लोगों ने भरपूर लुत्फ उठाया।
यूं तो इस कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक कलाकार आए थे लेकिन भरत शर्मा ने समां बांध दिया। राम ना बिगड़िहे जेकर केहू का बिगाड़ी व नन्हकी उमरिया संगही बितइला छाड़ी गइला होते सयान हो भजन प्रस्तुत कर वहां बैठे भक्तों को झूमने पर विवश कर दिया। पटना से आए अजय स्टार ने श्री राम जानकी बसे है मेरे सिने में व चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है गाया तो तालियां गड़गड़ा उठी। श्रोताओं सुध-बुध खो माता दी के जयकारे लगाने लगे। रही सही कसर पूरी कर दी अंत में आराधना ¨सह ने अपने भजनों से। सुर, ताल से सजी महफिल में उनके आवाज ने चार-चांद लगा दिए। उन्होंने गाया कि यदि राम, घनश्याम न होते, यदि चारों धाम न होते तो जग कल्याण ना होते। वाराणसी से चलकर आये इंद्रिश टेगांरी, लल्लन लहरी, जगदंबा ¨सह, राकेश जी, तथा विजय बहादुर ¨सह ने भी अपने भजन संगीत के माध्यम से श्रोताओं को खूब रिझाया। संचालन विजय ¨सह ने किया।