बदरा ने तोड़ी चुप्पी, छिटपुट हुई बारिश
आजमगढ़ : अंतत: लोगों को छका रहे आसमान में उमड़-घुमड़ रहे बादलों ने चुप्पी तोड़ी और सोमवार की शाम झमाझम बारिश हुई। इससे किसानों के मुरझाए चेहरे खिल उठे। फिलहाल धूप कभी छांव से किसानों के सामने संकट खड़ा हो गया है। इस बीच हल्की बारिश ने उमस भरी गर्मी से लोगों को जहां राहत मिली वहीं मुरझा रही किसानों की धान की फसलों में जान सी आ गई है।
पिछले तीन दिनों से आसमान में बादल उमड़-घुमड़ रहे थे लेकिन बारिश नहीं हो रही थी। धूप-छांव का खेल चल रहा था। कुल मिलाकर किसानों की धान की फसल मुरझा रही थी। उमस भरी गर्मी से लोगों का हाल-बेहाल था। सोमवार को सुबह से ही चिलचिलाती धूप निकली तो लग रहा था लोगों के चेहरे झुलस जाएंगे। उमस भरी गर्मी से लोगों का हाल बेहाल था। शाम को अचानक मौसम का रूख बदला और झमाझम बारिश हुई।
बारिश की वजह से लोगों ने जहां राहत की सांस ली वहीं खेतों में मुरझा रही धान की फसल में जान आ गई। बारिश के बाद शहर में जगह-जगह जलजमाव हो गया। इससे लोगों को आवागमन में दिक्कत हुई। कुल मिलाकर शहर की सड़कें कीचड़ में तब्दील हो गई है। शहर के ब्रह्मास्थान से ज्योति निकेतन से जाने वाली सड़क कीचड़ व पानी से भर गई। इसमें आएदिन स्कूली बच्चे गिरकर चोटिल हो रहे हैं।
बारिश हो जाने के बाद स्थिति और नारकीय हो गई है। कुल मिलाकर झमाझम बारिश के बाद किसानों के चेहरे पर खुशियां झलक रही है। किसान इंद्र देवता से प्रार्थना कर रहा है कि लगातार बारिश हो ताकि उनकी धान की फसल खेतों में लहलहा जाए। कुल मिलाकर उमस भरी गर्मी से तिलमिला रहे लोगों ने राहत महसूस किया।