मांगों को लेकर संस्कृत शिक्षक आंदोलित
आजमगढ़ : प्रदेश सरकार द्वारा जारी शासनादेश के अनुसार मंडल के संस्कृत विद्यालयों की अनुदान संबंधी पत्रावली के शीघ्र प्रेषण की मांग को लेकर संस्कृत विद्यालय के शिक्षकों ने बुधवार को जेडी कार्यालय पर क्रमिक अनशन शुरू कर दिया। इसके साथ ही मांगों से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा।
क्रमिक अनशन पर बैठे उत्तर प्रदेश संस्कृत शिक्षक, छात्र एवं सामाजिक सेवा शिक्षण समिति के पदाधिकारियों का कहना था कि उत्तर प्रदेश सरकार के सात फरवरी 2014 के निर्देशानुसार प्रकाशित विज्ञापन होने के 45 दिन के अंदर मंडल के संस्कृत विद्यालयों की अनुदान संबंधी पत्रावली उप शिक्षा निदेशक संस्कृत शिक्षा निदेशालय इलाहाबाद को प्रेषित किया जाना था। इसके बाद भी विभागीय लापरवाही के कारण छह माह बाद भी संबंधित पत्रावली को विभाग में प्रेषित नहीं किया गया। इससे मजबूर होकर संस्कृत शिक्षकों ने 25 जुलाई तक क्रमिक अनशन एवं 26 से 28 जुलाई तक आमरण अनशन करने का निर्णय लिया। इसके बाद भी अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वे 28 जुलाई आत्मदाह करने को भी मजबूर होंगे। इसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग की होगी। अनशन पर बैठे लोगों में हेमंत तिवारी, अश्वनी कुमार सिंह, संतोष प्रसाद, दिवाकर, रामजन्म, अतुल पांडेय, दुर्गेश चतुर्वेदी, ध्यान चंद, श्यामजी तिवारी आदि शामिल थे।