प्रशासन के लिए टेंशन भरा रहा इलेक्शन
जागरण संवाददाता, औरैया : जिला पंचायत अध्यक्ष का उपचुनाव प्रशासन के लिए सिर दर्द बन कर सामने अ
जागरण संवाददाता, औरैया : जिला पंचायत अध्यक्ष का उपचुनाव प्रशासन के लिए सिर दर्द बन कर सामने आया। नामांकन के दौरान हुए बवाल के बाद यह प्रशासनिक अमले के लिए सिरदर्द बन गया। जिस चुनाव को शांतिपूर्ण तरह से कुछ लोगों के बीच में निपट जाना था उसमें जनपद की पूरी सरकारी मशीनरी लगा दी गई। साथ ही गैर जनपदों से भी अधिकारियों को बुलाकर चुनाव सकुशल संपन्न कराने के लिए लगाया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष का उपचुनाव प्रशासन के लिए टेंशन और डिप्रेशन से भरा रहा। जिला पंचायत अध्यक्ष दीपू ¨सह के बन जाने के बाद जब वह प्रमाण पत्र लेकर घर चले गए तब प्रशासन ने राहत की सांस ली।
जिला पंचायत अध्यक्ष के उपचुनाव के लिए 16 अगस्त को नामांकन दाखिल किये गये। इस दिन पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई पत्थरबाजी और उसके बाद आगजनी की घटना से प्रदेश में प्रशासन की खासी किरकिरी हुई। इसके चलते ही प्रशासन ने मतदान के दिन ऐसा शिकंजा कसा कि प¨रदा भी पर नहीं मार सका। जिस चुनाव को एक एसडीएम और अन्य कुछ पुलिस कर्मी संपन्न करा सकते थे, उस चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन को बड़ी कवायद करनी पड़ी। प्रशासन द्वारा बाहर के जनपदों से अधिकारियों को बुलाया गया। चुनाव संपन्न कराने के लिए एक एडीएम व तीन एसडीएम दूसरे जनपदों से आये। इसके साथ पुलिस अधीक्षक द्वारा दो कंपनी व दो प्लाटून पीएसी को बुलाना पड़ा। इसके साथ ही तीन अपर पुलिस अधीक्षक व तीन सीओ सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल भी गैर जनपदों से मतदान कराने के लिए आया। जिला पंचायत अध्यक्ष के उपचुनाव के लिए जब वो¨टग चल रही थी तब ड्यूटी पर लगे गैर जनपद के पुलिस कर्मी व अधिकारी अपना सिर पकड़े बैठे थे। इस दौरान न ही कोई बवाल हुआ और न ही कोई ¨हसा। इसके चलते गैर जनपदों से आए अधिकारी यही कहते दिखे कि इस छोटे से चुनाव के लिए की गई तैयारी को देख कर चीन भी डर जाए। लेकिन नामांकन के दौरान हुए बवाल को देखते हुए मतदान के दिन बड़ा बवाल होने की आशंका दिखाई दे रही थी। इसके चलते ही प्रशासन ने ऐसी तैयारी की थी। चुनाव सकुशल संपन्न निपट गया और जिला पंचायत अध्यक्ष दीपू ¨सह बन गये। लेकिन जनपद के लोगों पे इस टेंशन भरे चुनाव में खासी परेशानी उठाई।