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जिला अस्पताल शुरू कराने के बाद ट्रामा सेंटर बनवाने की ठानी

जागरण संवाददाता, औरैया : आंखों के सामने हुए सड़क हादसे में युवक की मौत और उसके परिज

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 Aug 2017 03:01 AM (IST)Updated: Fri, 11 Aug 2017 03:01 AM (IST)
जिला अस्पताल शुरू कराने के 
बाद ट्रामा सेंटर बनवाने की ठानी
जिला अस्पताल शुरू कराने के बाद ट्रामा सेंटर बनवाने की ठानी

जागरण संवाददाता, औरैया : आंखों के सामने हुए सड़क हादसे में युवक की मौत और उसके परिजनों की चीत्कार अक्सर कानों में गूंजती थी। धीरे-धीरे इस बाकए को भुलाने की कोशिश कर ही रहे थे। इसी बीच पत्नी को प्रसव के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन जिला अस्पताल से उसे कानपुर के लिए रेफर कर दिया गया। कई घंटे भटकने के बाद भी सरकारी एंबुलेंस नहीं मिल सकी। इस पर किसी तरह पत्नी को प्राइवेट वाहन से कानपुर ले जाने की जुगाड़ की। लेकिन पत्नी ने रास्ते में बेटी को जन्म दे दिया।

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शहर के मोहल्ला गुरुहाई के रहने वाले बृजेंद्र गुप्ता को उस सड़क हादसे ने जितना परेशान किया था, उससे कहीं ज्यादा बेटी के गाड़ी में जन्म होने की घटना ने हिला दिया। जनपद की स्वास्थ्य सेवाएं बेमानी लगने लगीं। उन्होंने जनपद की स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति सुधारने की ठान ली। सपा सरकार में शुरू किया गया पत्राचार का कार्य अभी भी चालू है। डेढ़ वर्ष पूर्व शहर स्थित जिला अस्पताल को चिचौली स्थित नए भवन में शिफ्ट कर दिया गया था। इससे शहर के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए छह किलोमीटर दूर चिचौली जाना पड़ता था। लेकिन बृजेंद्र ने अपने पत्राचार के माध्यम से बंद हो चुके शहर के जिला अस्पताल को दोबारा शुरू कराया। उनकी इस मुहिम में शहर के लोगों ने भी साथ दिया। जनपद की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को वह पिछले चार वर्ष से लगातार प्रयास कर रहे हैं।

अस्पताल के बाहर ही बिताते अधिकतर समय

कोई गरीब, बेसहारा यदि पीड़ित है तो उसे समय पर उपचार मिल सके। इसका पूरा ध्यान बृजेंद्र रखते हैं। दिन में अपने काम से समय निकालकर अस्पताल पहुंच जाते हैं। यहां लोगों की मदद करने के साथ ही उन्हें किस चिकित्सक को दिखाना है किससे सही इलाज मिलेगा इसकी जानकारी देते रहते हैं। शाम को अपना काम खत्म करने बाद भी वह अस्पताल के बाहर आ जाते हैं। यहां आने वाले पीड़ितों, हादसों में घायल हुए लोगों व प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं की मदद करना इनका रोज का काम हैं।

पीएम को पत्र लिख एम्स खोलने की उठाई मांग

बृजेंद्र ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली की स्थिति से अवगत कराया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त कराने व जनपद में एम्स जैसे अस्पताल खोलेने की मांग की है। उन्होंने लिखा है कि जनपद के अस्पताल रेफरल सेंटर बन कर रह गये हैं। न ही यहां पर ब्लड बैंक है और न ही सिटी स्कैन की सुविधा। इसलिए जनपद में सुविधाओं से लैस एक अच्छा अस्पताल होना चाहिये। इस संबंध में पीएमओ की ओर से उन्हें आश्वासन भी दिया गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री को स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त कराने को कई पत्र लिखे हैं।

शुरू हुई मेडिकल कालेज बनाने की प्रक्रिया

पिछले कुछ दिनों से जनपद में मेडिकल कालेज बनाये जाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। प्रशासन मेडिकल कालेज बनाने को भूमि तलाश रहा है। जिलाधिकारी ने लेखपालों के साथ बैठकर भूमि तलाशने के निर्देश दिये हैं। अभी तक ऐसी कोई जगह चिह्नित नहीं हो सकी। है। जनपद में यदि मेडिकल कालेज बनता है तो यहां स्वास्थ्य सेवाओं को पंख लग सकेंगे।

एक हजार लोगों के हस्ताक्षर कर भेजा पत्र

बृजेंद्र गुप्ता ने बताया कि जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं को ठीक कराने को वह सीएम से मुलाकात करने का प्रयास करेंगे। जरा जरा सी बीमारी के उपचार को लोगों को बड़े शहरों में जाना पड़ता है। उन्होंने सीएम व पीएम को एक हजार लोगों के दस्तखत कराकर एक पत्र भेजा है। इसमें जनपद में ट्रामा सेंटर शुरू कराने की मांग की है।


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