बिजली)))))विद्युत निगम के लिए अघोषित कटौती बनी चुनौती
जागरण संवाददाता, औरैया : विद्युत निगम के अधिकारियों के लाख प्रयासों के बावजूद शहर वासियों व ग्रामीण
जागरण संवाददाता, औरैया : विद्युत निगम के अधिकारियों के लाख प्रयासों के बावजूद शहर वासियों व ग्रामीण क्षेत्र के विद्युत उपभोक्ताओं के लिए लो वोल्टेज व अघोषित कटौती नासूर बन गई है। इस समय दोपहर में भीषण गर्मी होने के बावजूद आए दिन बिजली कई-कई घंटे के लिए गायब हो जाती है। वहीं रात में 12 बजे के आस पास बिजली कटने से उपभोक्ताओं की नींद हराम हो रही है।
हाल ही में जनपद में कार्यभार ग्रहण करने वाले नए जिलाधिकारी जेपी सगर ने औरैया व दिबियापुर विद्युत उपखंड के दोनों अधिशासी अभियंताओं को जनपद में विद्युत व्यवस्था दुरुस्त करने का आदेश दिया था। उन्होंने कहा था कि शासन द्वारा तय शेड्यूल के अनुसार शहरी, तहसील व ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत सप्लाई दी जाए। इसके बावजूद विद्युत सप्लाई की हालत सुधरने का नाम नहीं ले रही है। शहर, तहसील हो या ग्रामीण क्षेत्र दोपहर के समय जब भीषण गर्मी पड़ती है उस समय आए दिन कई-कई घंटे अघोषित कटौती से लोग गर्मी से बिलबिलाते रहते हैं। यही हाल ग्रामीण क्षेत्रों का भी है। रात के समय भी आधी रात के आस पास अक्सर बिजली गायब हो जाती है तो अगले दिन सुबह चार या पांच बजे ही सप्लाई शुरू होती है। इससे लोगों की रातों की नींद भी उड़ गई है। दिन में तो ग्रामीण क्षेत्र के लोग पेड़ों के नीचे बैठ कर गर्मी से बचाव कर लेते हैं, लेकिन रात में उनके पास गर्मी से बचने का कोई रास्ता नहीं है।
लो वोल्टेज दे रहे अधिक टेंशन
अघोषित कटौती के अलावा शहर, तहसील, ग्रामीण क्षेत्र में जिस समय बिजली आती भी है उस समय लो वोल्टेज के कारण पंखा, कूलर धीरे -धीरे रेंगते हैं। जिसके चलते बिजली आने पर भी लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिलती है। लोग हाथ के पंखे झल कर काम चला रहे हैं। जिनके यहां इनवर्टर लगे हैं अधिक कटौती व लो वोल्टेज के कारण उनके इनवर्टर पूरी तरह से चार्ज नहीं हो पाते हैं। बिजली न आने पर वह जल्द डिस्चार्ज हो जाते हैं। यही वजह है कि लोग दिन हो या रात गर्मी से परेशान रहते हैं।
कोढ़ बनी पेयजल आपूर्ति
अघोषित कटौती व लो वोल्टेज के कारण शहर, तहसील व ग्रामीण इलाकों में जलापूर्ति कोढ़ बन गई है। अक्सर बिजली गायब रहने से जलापूर्ति सामान्य रूप से नहीं हो पा रही है। अक्सर लो वोल्टेज से भी मोटर न चलने से बिजली आने पर भी लोग पेयजल को तरस रहे हैं। ऐसे में उन्हें हैंडपंपों से पानी भर कर गुजारा करना पड़ रहा है। शहर व तहसील में नगर पंचायत द्वारा पेयजल आपूर्ति की जाती है। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रशासन ने सैकड़ों गांवों में पानी की टंकियां व मोटर लगवा कर पानी की सप्लाई देने की व्यवस्था की है। बिजली की आंख मिचौली से जलापूर्ति ठप हो गई है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
अधिशासी अभियंता रवीन्द्र बाबू चौधरी ने बताया कि अधिक लोड के कारण रात में व कभी-कभी दिन में विद्युत कटौती की जाती है। लो वोल्टेज की समस्या भी ओवरलो¨डग के चलते उत्पन्न हो रही है। शहर में कई ऐसे मोहल्ले हैं जहां पर कम लोड का कनेक्शन करवाने के बावजूद लोग अधिक लोड वाले विद्युत उपकरण प्रयोग कर रहे हैं। जल्द ही अभियान चलाकर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ताकि इस समस्या से मुक्ति मिल सके।