चुनाव के मद्देनजर सुरक्षा तामझाम के बीच तीन दिन में सात लूट
जागरण संवाददाता, औरैया : आसन्न विधानसभा निर्वाचन को लेकर जिले में इस समय सुरक्षा के भारी तामझाम हैं।
जागरण संवाददाता, औरैया : आसन्न विधानसभा निर्वाचन को लेकर जिले में इस समय सुरक्षा के भारी तामझाम हैं। पुलिस बैरियर, गश्त व पिकेट के दावे कर रही है, लेकिन तीन दिन के अंदर हुई लूट की सात वारदातों ने खाकी की कार्यशैली और सक्रियता की पोल खोल दी है। कुछ मामले पुलिस ने दर्ज किए हैं तो कुछ को दर्ज करने से बचकर अपना रिकार्ड दुरुस्त करने की कोशिश की जा रही है। लोगों का कहना है कि जब इतनी जबरदस्त चे¨कग व अन्य तैयारियां चल रही हैं तो आखिर बेखौफ लुटेरे वारदात को अंजाम देने के बाद कैसे बेदाग निकल जाते हैं।
शनिवार को शहर में मोहल्ला ब्रह्मनगर में वंदना, मोहल्ला तिलक नगर में खुशबू के साथ चेन स्ने¨चग की वारदात को अंजाम दिया गया था। दोनों ही घटनाओं में अपाचे बाइक पर सवार तीन लुटेरे शामिल थे। शनिवार को ही बिधूना क्षेत्र में तमंचे की दम पर बाइक सवार तीन युवकों ने आटो लूट लिया था। अगले ही दिन रविवार को शहर के अलग-अलग मोहल्लों में चेन स्ने¨चग की दो घटनाएं हुईं। इन घटनाओं में भी अपाचे बाइक सवार तीन युवकों का ही हाथ था। इसके अलावा दिबियापुर में घर के बाहर धूप सेंक रही महिला से पता पूछने के बहाने अपाचे बाइक सवार तीन लुटेरों ने तमंचे के दम पर चेन लूट ली थी। महिला के पति ने विरोध किया तो उसके सिर पर तमंचे का बार कर उसे घायल कर दिया गया था। बदमाशों ने दहशत फैलाने के लिए तमंचे से हवाई फायर भी किया था। सोमवार को तीसरे दिन कस्बा दिबियापुर में फिर लूट की घटना को अंजाम दिया गया। बदमाशों ने दिन दहाड़े सनसनीखेज वारदात को अंजाम देकर दहशत फैला दी। एक ओर पुलिस चुनावी माहौल को देखते हुए जगह-जगह गश्त कर रही है। लोगों को निर्भय होकर मतदान करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। सवाल यह है कि जब पुलिस दिन दहाड़े हो रही लूट की घटनाओं पर ही शिकंजा नहीं कस पा रही है, तो वोट की लूट किस तरह रोकेगी। तीन दिन के अंदर हुई सिलसिलेवार घटनाओं ने पूरे तामझाम पर सवालिया निशान लगा दिया है। गौरतलब है कि इस समय कानपुर देहात, जालौन, इटावा, मैनपुरी, कन्नौज आदि जनपद से जुड़ने वाली सीमाओं पर बैरियर लगे हैं। अजीतमल में टोल प्लाजा पर सघन चे¨कग अभियान चलाया जा रहा है। स्टेटिक व उड़नदस्ता टीमें लगातार गश्त कर रही हैं। पुलिस ने मुखबिर तंत्र सतर्क करने के दावे भी किए हैं। इसके बावजूद आमजन खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहा है। खासतौर से चेन स्ने¨चग गैंग ने महिलाओं के साथ परिजनों व यहां तक कि पुलिस विभाग की भी नींद उड़ा रखी है। लोगों का कहना है कि भारी सुरक्षा के दावों के बीच हुई वारदात से साफ है कि बदमाशों में पुलिस का भय नहीं है, उन्हें अहसास है कि वह घटना को अंजाम देकर निकल जाएंगे और पुलिस देखती रह जाएगी। जनपद वासियों ने पुलिस अधीक्षक से सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद करने का आग्रह किया है। खास बात यह है कि यूपी डायल 100 की टीमें कम से कम समय में मौके पर पहुंचने की डींग हांक रही हैं, लेकिन अपराधी पकड़ने में उन्हें कामयाबी नहीं मिल रही है।