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संक्रामक रोगों से निपटने को स्वास्थ्य विभाग नाकाम

औरैया, जागरण संवाददाता: जनपद में संक्रामक रोगों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तौर से नाकाम द

By Edited By: Published: Mon, 22 Aug 2016 01:00 AM (IST)Updated: Mon, 22 Aug 2016 01:00 AM (IST)

औरैया, जागरण संवाददाता: जनपद में संक्रामक रोगों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तौर से नाकाम दिखाई देता है। अभी तक जनपद में विभिन्न गांवों में संक्रामक रोगों की वजह से आधा दर्जन से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इसका प्रमुख कारण स्वास्थ्य विभाग के पास सूचना तंत्र का अभाव है।

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स्वास्थ्य विभाग द्वारा संक्रामक रोगों से निपटने के लिए गर्मी शुरू होते ही तैयारी पूरी कर ली गई थी। इसके बावजूद संक्रामक रोगों से मरने वालों पर रोकथाम नहीं लग पा रही है। पिछले तीन माह में जिले के प्रत्येक क्षेत्र के गांवों में संक्रामक रोग फैल चुके हैं। कंचौसी के पास संक्रामक रोग फैलने से एक की मौत हो गई थी। वहीं फफूंद क्षेत्र के एक गांव में संक्रामक रोगों की वजह से दो मौतें हो गई थी। पिछले दिनों अछल्दा क्षेत्र में संक्रामक रोग फैलने से एक बच्ची की जिला अस्पताल में मौत हो गई थी। इस गांव में एक दर्जन से अधिक लोग डायरिया से पीड़ित थे। एरवाकटरा, बेला, बिधूना क्षेत्र में भी संक्रामक रोगों की वजह से मौत हो चुकी हैं।

इन मौतों का प्रमुख कारण यह है कि स्वास्थ्य विभाग का सूचना तंत्र पूरी तौर से फेल है। जबकि स्वास्थ्य विभाग की एएनएम व आशा बहुएं हर गांव में तैनात है। इसके बावजूद गांव में संक्रामक रोग फैलने की सूचना तब प्राप्त होती है जब स्थिति खराब हो जाती है और एक दो लोग मौत की कगार पर पहुंच जाते हैं। तब कहीं जाकर टीम मौके पर पहुंच पाती है। इस संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी एसबी मिश्रा का कहना है कि सूचना मिलते ही टीमें संबंधित गांव में भेज दी जाती है। इस कार्य में कोई देरी नहीं की जाती है। टीम के पास पर्याप्त मात्रा में दवाएं भी उपलब्ध रहती है।


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