तालाबों में उड़ रही धूल, पशु पक्षी बेहाल
अजीतमल, औरैया, संवादसूत्र : गर्मी शुरू होते चुकी है, गांवों में जल संरक्षण के लिए बने तालाबों में धू
अजीतमल, औरैया, संवादसूत्र : गर्मी शुरू होते चुकी है, गांवों में जल संरक्षण के लिए बने तालाबों में धूल उड़नी शुरू हो गई है। तालाबों के सूख जाने से आग लगने की स्थिति में नियंत्रण के लिए पानी की समस्या भी खड़ी हो गई है। वहीं गर्मी बढ़ने पर बेजुबान पशु पक्षियों को प्यास के चलते पानी न मिलने पर जान गंवानी पड़ रही है।
गर्मी की शुरूआत है, तहसील क्षेत्र के अधिकांश तालाब सूख गये हैं। वर्तमान में तहसील क्षेत्र में 250 से अधिक तालाब हैं। जिनमें से अधिकांश सूखे पड़े हैं। आग जैसी प्राकृतिक आपदा से बचाव के लिए गांव में पानी का इंतजाम तक नहीं है। बेजुबान पशु पक्षियों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। इनको गला तर करने के लिए गांवों में बने नाला नालियों का सहारा लेना पड़ता है। वहीं जंगली जानवर पानी के चक्कर में गांवों में घुस आते हैं। कई स्थानों पर तालाबों पर अतिक्रमण कर लिया गया है। हर वर्ष ब्लाक स्तर पर तालाबों को पानी से भरने की मुहिम चलाई जाती है। इस वर्ष इस मुहिम की शुरूआत नहीं हो सकी है। एडीओ पंचायत सुरेश चंद्र पाण्डेय का कहना है कि जल्द ही तालाबों में पानी भरवाया जायेगा, कई तालाबों में पानी भर दिया गया है।
मुरादगंज प्रतिनिधि के अनुसार क्षेत्र के विभिन्न तालाबों में पानी सूख गया है जिससे वहां पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है। नहर, बंबों में धूल उड़ रही है, पशु पक्षी पानी के लिए भटक रहे हैं। प्रशासन की ओर तालाबों में पानी नहीं भरवाया जा रहा है।