Move to Jagran APP

आग में जल गई संपत्ति, बुझ गई उम्मीदें

औरैया, जागरण संवाददाता : आग लगी तब गोहना निवासी दिनेश कुमार के घर में खाना भी नहीं बना था। उसकी पत्न

By Edited By: Published: Wed, 20 Apr 2016 06:58 PM (IST)Updated: Wed, 20 Apr 2016 06:58 PM (IST)
आग में जल गई संपत्ति, बुझ गई उम्मीदें

औरैया, जागरण संवाददाता : आग लगी तब गोहना निवासी दिनेश कुमार के घर में खाना भी नहीं बना था। उसकी पत्नी रोटी-सब्जी बनाने की तैयारी कर रही थी। तभी मोहल्ले में आग लग गई, आग की बेरहम लपटों ने खाना बनाने की तैयारी में रखा गया सामान भी फूंक डाला। आग बुझाने की कोशिश में चूल्हा भी फूट गया और तवा में कई छेद हो गए। आग बुझने के बाद पूरा परिवार दरवाजे बैठा तो यही सवाल सामने था कि अब पेट की आग कैसे बुझाई जाए।

loksabha election banner

दिनेश की पत्नी माथे पर हाथ धरे बेबसी की मूरत बनी थी तो परिवार के अन्य सदस्य भी लाचार नजर आ रहे थे। पानी की टंकी के ऊपर बैठी चार साल की केतकी और नौ साल के कुमार की आंखों में भूख नजर आ रही थी, लेकिन तबाही के मंजर को देखते हुए वह अपनी मां से खाना देने की मांग भी नहीं कर पा रहे थे। सात लोगों के परिवार का पेट भरने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था। घर के अंदर सब कुछ तहस नहस पड़ा था। यहां तक कि कुठले में रखा गेहूं भी आग की लपटों से अंदर ही अंदर कोयले में तब्दील हो गया। दूसरों के खेत काट कर कमाए गए गेहूं के बोरे राख में तब्दील हो गए। मेहनत, मजदूरी करने वाले मोहल्ले के 14 परिवार पूरी तरह तबाह हो चुके हैं। राम स्वरूप का डबल बेड आधा जलने से तो आधा छत की मिट्टी गिरने से नष्ट हो गया। बड़े बक्से में रखे सर्दियों के कपड़े रखे रखे ही राख हो गए। नौकरी की उम्मीद लगाए युवकों की डिग्रियां व अन्य कागजात जल गए। घर के मुखिया आधार कार्ड, राशनकार्ड, खसरा, खतौनी जल जाने से परेशान नजर आए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.