Move to Jagran APP

दो विभागों की रस्साकसी में पेयजल योजना पर ग्रहण

औरैया, जागरण संवाददाता : शहर में चल रही पेयजल योजना पर पालिका व जल निगम का टकराव के चलते ग्रहण लग गय

By Edited By: Published: Wed, 23 Sep 2015 03:12 AM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2015 03:12 AM (IST)
दो विभागों की रस्साकसी में पेयजल योजना पर ग्रहण

औरैया, जागरण संवाददाता : शहर में चल रही पेयजल योजना पर पालिका व जल निगम का टकराव के चलते ग्रहण लग गया है। आपसी टकराव के चलते योजना की दूसरी किश्त नहीं मिल पा रही है। पालिका द्वारा पहली किश्त का उपभोग प्रमाण मांगने के बाद यह समस्या आई है।

loksabha election banner

शहर में पेयजल योजना के तहत 18 ट्यूबवेल, 6 ओवरहैड टैंक, 1 हजार किमी पाइप लाइन डाली जानी है। जिसके तहत पहली किश्त के 20 करोड़ रुपए का उपभोग कार्यदायी संस्था जल निगम द्वारा कर लिया गया है। आगे धनराशि शासन द्वारा निर्गत न किए जाने से कार्य रुक गया है। जल निगम द्वारा बजट खर्च कर शासन को उपभोग प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत कर दिया गया है, लेकिन अब दूसरी किश्त की मांग पर पेंच फंसा हुआ है। वहीं पालिका के अधिशासी अधिकारी द्वारा प्रथम किश्त के खर्चे का इस्टीमेट मांगे जाने से दोनों विभागों में टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। पालिका द्वारा पहले भी खर्च की धनराशि का इस्टीमेट उपलब्ध कराने की बात जल निगम से की गई थी। वहीं पालिका का कहना है कि इस्टीमेट प्राप्त होने के बाद स्थलीय परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद ही द्वितीय किश्त के मांग पत्र पर कार्रवाई की जाएगी। दोनों विभागों के टकराव के चलते पूरी पेयजल योजना प्रभावित होती दिखाई दे रही है। यह योजना मार्च 2016 तक पूरी की जानी है। ऐसे में यदि टकराव शीघ्र नहीं सुलझा तो यह योजना समय से पूरी नहीं हो पाएगी।

इस संबंध में अधिशासी अधिकारी राधा तिवारी का कहना है कि जब तक कार्यदायी संस्था इस्टीमेट उपलब्ध नहीं करा देता है और उसका स्थलीय निरीक्षण नहीं कर लिया जाता है, तब तक मांग पत्र पर कार्रवाई नहीं की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.