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मरीज बढ़े तो अस्पताल की व्यवस्थाएं लड़खड़ाई

औरैया, जागरण संवाददाता : जनपद में मौसम चक्र के बदलते ही अस्पतालों में मरीजों की संख्या एकदम से इजाफा

By Edited By: Published: Tue, 25 Aug 2015 07:50 PM (IST)Updated: Tue, 25 Aug 2015 07:50 PM (IST)
मरीज बढ़े तो अस्पताल की व्यवस्थाएं लड़खड़ाई

औरैया, जागरण संवाददाता : जनपद में मौसम चक्र के बदलते ही अस्पतालों में मरीजों की संख्या एकदम से इजाफा हुआ है। चिकित्सकों का कहना है कि मौसम परिवर्तन के चलते वर्तमान में डीहाईड्रेशन व हीट स्ट्रोक के मरीजों में इजाफा हुआ है। करीब दस दिन से बारिश न होने तथा तेज धूप निकलने से मौसम चक्र में बदलाव आया है। जिसका असर मरीजों पर दिखाई देने लगा है। अस्पताल में मरीजों की संख्या में दिन प्रतिदिन इजाफा होता जा रहा है। स्थिति यह है कि जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या 700 के आसपास पहुंच गई है। वर्तमान में हर दूसरा मरीज हीट स्ट्रोक व डीहाईड्रेशन से पीड़ित आता है। वहीं अस्पताल की व्यवस्थाएं भी गड़बड़ाने लगी हैं। मरीजों को न तो दवा और न ही चिकित्सक मिल रहे हैं।

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मंगलवार को ओपीडी में कुल एक चिकित्सक डा. अरुण तिवारी ही मरीज देखते दिखे। अन्य डॉक्टर न होने से अस्पताल में लंबी लाइन दिखी। मरीज को घंटों अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। हालत यह होती है कि लोग अपनी बारी के इंतजार में जिला अस्पताल में जमीन पर लेटे दिखाई देते हैं। मरीज की मुश्किल यही समाप्त नहीं होती है जिला अस्पताल में बना औषधि वितरण केंद्र पर जगह न होने की वजह से घंटों मशक्कत के बाद दवा मिल पाती है। खास बात यह है कि पर्चे में लिखी 25 फीसद दवा ही मिल पाती है। जिससे मरीज व तीमारदार का पारा चढ़ जाता है।

क्या कहते है मरीज

शहर निवासी सुरेन्द्र ¨सह का कहना है कि अस्पताल में चिकित्सकों के समय से न बैठने से परेशानी होती है। उनका कहना था कि एक चिकित्सक कब तक मरीज देखेगा।

भरसेन निवासी अनिल कुमार का कहन है कि अस्पताल की व्यवस्थाएं दुरुस्त होने का नाम नहीं ले रही हैं। न तो चिकित्सक हैं और न ही दवाएं मिल रही हैं। नाम मात्र का यह जिला अस्पताल है।

औरैया निवासी सुनील कुमार का कहना है कि अस्पताल में एक दर्जन चिकित्सक तैनात हैं, लेकिन ओपीडी में एक या दो चिकित्सक ही बैठ कर मरीज देखते हैं और चिकित्सक कहां रहते हैं। यह पता नहीं चल पाता है।

जेपीजीआवास विकास निवासी रवीन्द्र तिवारी का कहना है बड़े मरीजों को देखने के लिए कोई चिकित्सक मौजूद नहीं हैं। मजबूरीवश जो चिकित्सक बैठा था उसी को दिखाकर काम चलाया है। अब दवा के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।

क्या कहते हैं चिकित्सक

जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डा. अरुण तिवारी का कहना है कि वर्तमान में मौसम में बदलाव के चलते तमाम बीमारियां फैलने लगी हैं। इन सबका कारण गंदगी प्रमुख है। वहीं खानपान पर भी संयम रखने की आवश्यकता है। उनका कहना है कि साफ -सफाई व संतुलित खान पान से ही इन बीमारियों से बचा जा सकता है।

क्या कहते हैं जिम्मेदार

जिला अस्पताल के सीएमएस डा. एनके मिश्रा का कहना है कि मौसम के चलते मरीजों में बढ़ोत्तरी हुई है। जिला अस्पताल के सभी चिकित्सक समय से ओपीडी में बैठकर मरीज देख रहे हैं। उनका कहना था कि इस कार्य में कोई ढिलाई नहीं बरती जा रही है। वहीं दवाओं का वितरण भी पूरी तौर से हो रहा है।


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