जलते ट्रकों के टायर फटे तो मचा कोहराम
औरैया, जागरण संवाददाता : पाता प्लांट के समीप हादसे में हुई चार मौतों के बाद आक्रोशित भीड़ ने कई ट्रको
औरैया, जागरण संवाददाता : पाता प्लांट के समीप हादसे में हुई चार मौतों के बाद आक्रोशित भीड़ ने कई ट्रकों को आग के हवाले कर दिया। जलते ट्रकों के टायर फटे तो लोगों को लगा कि प्लांट में विस्फोट हो रहे हैं। इसको लेकर आसपास के गांवों में दहशत फैल गई। लोग डरते डरते प्लांट के सामने पहुंचे तो वहां का माहौल देखकर सन्न रह गए। धू धू कर चजलते ट्रकों से माहौल सनसनी खेज नजर आ रहा था। इधर उधर मृतकों के परिजन घटना स्थल पर पहुंचे तो अपनों के शव देखकर कोहराम मच गया। पुलिस को यह समझ में नही आ रहा था कि बेकाबू भीड़ पर नियंत्रण करने में ताकत खर्च की जाए या दुर्घटना का शिकार लोगों के राहत कार्य को प्राथमिकता दी जाए।
स्थानीय पाता चौकी में पुलिस कर्मियों की संख्या बेहद सीमित है। इसलिए फौरी तौर पर बहुत कम पुलिस बल ही मौके पर पहुंच सका। हालात बेकाबू हो रहे थे। ऐसे में नियंत्रण करने में पुलिस पूरी तरह विफल नजर आ रही थी। पुलिस के सामने ही ट्रकों में तोड़फोड़ और आगजनी को अंजाम दिया जा रहा था और खाकी मूकदर्शक बनी हुई थी।
हालात उस समय और खौफनाक हो उठे, जब मृतकों के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे। तीन-तीन किशोरों के जिस्म लहूलुहान हालत में पड़े हुए थे। जिसे देखकर उनके परिवारीजनों का कलेजा मुंह को आ गया। उनकी चीत्कारों ने माहौल को बेहद दर्दनाक कर दिया।
गौरतलब है कि तीनों किशोर एक ही गांव के थे और बचपन से ही उनमें दोस्ती थी। इसी के चलते तीनों ने कटरा फफूंद के एक ही स्कूल में दाखिला लिया था। उन्हें क्या पता था कि जिस दोस्ती को जीवन भर निभाने की कसमें खाईं, उस मित्रता की उम्र इतनी कम होगी। तीनों को बेहद गंभीर अवस्था में पीएचसी अछल्दा भी ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। लोगों का कहना है कि पाता-फफूंद मार्ग दुर्घटना बाहुल्य स्थल बना हुआ है। पुलिस और यातायात विभाग दुर्घटनाओं पर रोक लगाने की तरकीब नहीं ढूंढ पा रही है।