अच्छे दिनों के इंतजार में रेलवे यात्री
इटावा, जागरण संवाददाता : अधिकतर रेल यात्रियों को एक की ख्वाहिश रहती है कि और कोई सुविधा मिले या न म
इटावा, जागरण संवाददाता : अधिकतर रेल यात्रियों को एक की ख्वाहिश रहती है कि और कोई सुविधा मिले या न मिले लेकिन आवागमन करने के लिए ट्रेन समय पर मिले। लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अच्छे दिन आने का वादा किया था लेकिन मोदी सरकार का एक साल पूरा होने के बाद भी रेलवे के आम यात्रियों के अच्छे दिन अभी तक नहीं आए हैं। मौसम साफ होने के बावजूद दोनों ओर की ट्रेनों की लेटलतीफी समाप्त होने का नाम नहीं ले रही है, इससे सपरिवार यात्रा करने वाले खासे परेशान होते हैं।
आम यात्रियों से जुड़ी ट्रेनें रोजाना 10 से तीन घंटे की देरी से चल रही हैं। सबसे ज्यादा बदतर हालत हावड़ा और पूर्वोत्तर से आने वाली ट्रेनों का है। इस्लामपुर बिहार से नई दिल्ली के मध्य रोजाना चलने वाली मगध बीते डेढ़ साल से आठ से दस घंटे की देरी से चल रही है, अलीपुर द्वार से दिल्ली के मध्य चलने वाली महानंदा का यही हाल है, हावड़ा से आगरा-मथुरा होकर नई दिल्ली से श्रीगंगानगर के मध्य चलने वाला तूफान मेल रोजाना पांच-छह घंटे की देरी से चल रही हे। नार्थ-ईस्ट का भी यही हाल है। अक्सर सही समय पर चलने वाली हावड़ा-कालका मेल बीते पांच माह से दो से तीन घंटे की देरी से चल रही है।
रोजाना 10 से 12 हजार यात्री
आदर्श रेलवे स्टेशन इटावा पर जनपद के नहीं अपितु आसपास के जनपदों तथा मध्यप्रदेश के लोग करीब 10 से 12 हजार यात्री रोजाना आवागमन करते हैं। रेलवे को इस स्टेशन से रोजाना करीब सात से आठ लाख रुपये की आय हो रही है, इसके बावजूद रेलवे प्रशासन ट्रेनों का सही समय पर संचालन नहीं करा पा रहा है।
महत्वपूर्ण ट्रेनों पर ध्यान
सूत्रों के मुताबिक रेलवे प्रशासन का ध्यान महत्वपूर्ण ट्रेनों में सभी राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, व अन्य वीआईपी ट्रेनों तथा कोयला लदी ट्रेनों का समय से संचालन कराने पर जोर देता है, इससे आम यात्रियों से जुड़ी ट्रेनें उक्त ट्रेनों को पास कराने के लिए लूप लाइन पर घंटों के लिए खड़ी करा दी जाती हैं।
अक्टूबर तक होगा सुधार
हावड़ा-दिल्ली ट्रैक अति व्यस्त होने से ट्रेनें देरी से चल रही हैं। ¨भड तथा बाह-आगरा रेल मार्ग पर गुड्स ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया है। इस वर्ष में कोई नई ट्रेन नहीं चलाई जायेगी, इससे आगामी अक्टूबर माह तक सभी ट्रेनों का संचालन सही समय पर होने लगेगा। आम और महत्वपूर्ण ट्रेनों में भेदभाव नहीं किया जाता है, ट्रैक और ट्रेनों की स्थिति के अनुरूप ट्रेनों का संचालन कराया जाता है।
- विजय कुमार, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी उत्तर मध्य रेलवे इलाहाबाद