..तो फिर कानफोडू संगीत से हलाकान होंगे लोग
औरैया, जागरण संवाददाता : सहालग का दौर शुरू हो गया है। गेस्टहाउस में लगभग रोज ही वैवाहिक कार्यक्रमों
औरैया, जागरण संवाददाता : सहालग का दौर शुरू हो गया है। गेस्टहाउस में लगभग रोज ही वैवाहिक कार्यक्रमों का दौर भी चालू हो गया है। जिनके घरों में आयोजन है उनके लिए तो यह खुशी का मौका है, लेकिन गेस्टहाउस के आसपास रहने वाले लोगों के लिए रोज होते कार्यक्रम परेशानी का सबब बन गए हैं। कारण कि देर रात तक कानफोडू संगीत झेलना उनकी मजबूरी बन गई है। ज्यादा दिक्कत बुजुर्गो, मरीजों और विद्यार्थियों को हो रही है।
शहर में एक दर्जन गेस्टहाउस हैं। स्थिति की नजर से देखे तो हर मोहल्ले में एक गेस्टहाउस का औसत पड़ता है। कहीं -कहीं तो थोड़ी ही दूरी पर दो - दो गेस्टहाउस बने हुए हैं। बीते सप्ताह से सहालगों का दौर शुरू हो गया है। अब शहर के लगभग हर गेस्टहाउस में शादियों से जुड़े आयोजन हो रहे हैं। शादी के कार्यक्रम बेशक परिवारों के लिए खुशी का मौका लेकर आते हैं, लेकिन अपनी खुशियों के मौके पर लोग दूसरों की तकलीफ और परेशानी का ध्यान नहीं रख रहे हैं। गेस्टहाउस में देर रात तक तेज आवाज में डीजे गूंजते सुनाई पड़ते हैं। शहर के तिलकनगर स्थित दो गेस्टहाउस के बीच रह रहे विजय का कहना है कि जब दोनों गेस्टहाउस में आयोजन होते हैं तो तेज संगीत के चलते बात करना और खाना पीना दूभर हो जाता है। ब्रह्मनगर स्थित गेस्टहाउस के समीप रहने वाले अमन शुक्ला कहते हैं कि परीक्षा सिर पर है और पास में स्थित गेस्ट हाउस का शोरगुल पढ़ाई में बाधा उत्पन्न कर रहा है। नरायनपुर में तीन सौ मीटर के दायरे में तीन गेस्टहाउस हैं। मोहल्ला निवासी रामसुख दास का कहना है कि वृद्धावस्था में वैसे भी नींद मुश्किल से आती है। बीमारी के चलते और भी दिक्कतें हैं ऐसे में शोरगुल से भारी दिक्कत होती है। पुलिस ने हर गेस्टहाउस में बोर्ड लगाकर हर्ष फायरिंग, आग्नेयास्त्र लाने और दस बजे के बाद डीजे बजाने पर प्रतिबंध की घोषणा जरूर की है, लेकिन यह नियम लागू नहीं होते। यहां तक कि बीते सप्ताह सहायल में एक किशोरी हर्ष फायरिंग से गंभीर घायल हो गई थी। हालांकि इस मामले में पुलिस ने वर व कन्या दोनों पक्षों के लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की है, लेकिन आयोजनों में हर्ष फायरिंग पर रोक लगाने की प्रभावी कार्रवाई नहीं हो रही है।
क्या कहते हैं अधिकारी
''हर्ष फायरिंग और निर्धारित समय के बाद डीजे, बैंड बजाना कानूनन प्रतिबंधित है। इस संबंध में गेस्टहाउस संचालकों को निर्देशित किया गया है। प्रत्येक गेस्टहाउस में इस आशय के बोर्ड लगवाए गए हैं। गणतंत्र दिवस के बाद गेस्टहाउस संचालकों की बैठक कर उन्हें नियमों का पालन कड़ाई से करने के निर्देश दिए जाएंगे। पालन न करने पर सख्त कार्रवाई होगी।''
- विपुल कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक, औरैया।