बिजली कटौती ने तड़पाया, जलसंकट ने सताया
औरैया, जागरण संवाददाता : जबरदस्त बिजली कटौती की वजह से उमस भरी गर्मी में लोग तड़पे तो सुबह कई क्षेत्र
औरैया, जागरण संवाददाता : जबरदस्त बिजली कटौती की वजह से उमस भरी गर्मी में लोग तड़पे तो सुबह कई क्षेत्रों में पानी की किल्लत ने लोगों को सताया। विभागीय अधिकारियों के पास वहीं रटारटाया जवाब रहा कि पनकी के आदेश से कटौती हो रही है। जबकि कई क्षेत्रों में फाल्टों के नाम पर घंटों की कटौती की गई।
ग्रामीण इलाकों में तो बिजली किल्लत मुसीबत बनी ही है शहरी इलाकों में भी खासी कटौती लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। शहर में 15 घंटे आपूर्ति का शेड्यूल है, लेकिन यहां आठ घंटे ही बमुश्किल आपूर्ति मिल पाई। रात में डेढ़ बजे के बाद हुई कटौती ने जनमानस को बेहाल कर दिया। शहर में ट्रिपिंग तो बड़ी दिक्कत है ही, कई क्षेत्रों में लो वोल्टेज की समस्या भी आफत बनी हुई है। इन इलाकों में पानी की आपूर्ति ज्यादातर बाधित रहती है। लोगों को पानी के लिए खासी मारामारी करनी पड़ती है। औद्योगिक नगर दिबियापुर में वैसे भी छह घंटे बिजली आपूर्ति का शेड्यूल जारी किया गया है। इसमें भी दो से ढाई घंटे की कटौती की जा रही है। यहां के लोग अक्सर असेनी पावर स्टेशन पर पहुंचकर हंगामा करते हैं। इसके बाद भी सुधार की कोशिश तक नहीं की गई। लोगों की नाराजगी शांत करने के लिए कुछ देर के लिए दिन में जरूर आपूर्ति दे दी जाती है। फफूंद, अजीतमल कस्बों में भी तीन घंटे से ज्यादा बिजली नहीं मिल पा रही है। इन दोनों क्षेत्रों में भी छह घंटे बिजली आपूर्ति का शेड्यूल निर्धारित है। यहां पानी की आपूर्ति पूरी तरह लड़खड़ा गई है। फफूंद व अजीतमल में अधिकतर हैंडपंप खारा पानी देते हैं। लोग नगर पंचायत की पेयजल आपूर्ति पर ही आश्रित हैं। चूंकि पेयजल आपूर्ति बिन बिजली के ठीक से हो नहीं पा रही है, इस कारण कई क्षेत्रों में लोगों को खारा पानी ही पीना पड़ रहा है। समस्या सिर्फ अजीतमल या औरैया तहसील क्षेत्र में ही नहीं है बल्कि बिधूना क्षेत्र जहां चौबीस घंटे बिजली आपूर्ति के आदेश हैं वहां भी 14 से 18 घंटे की कटौती की जा रही है। अधिशासी अभियंता पंकज शर्मा ने बताया कि लगातार आपूर्ति सुधार के लिए लिखा पढ़ी की जा रही है। फिलहाल यहां पनकी के आदेश पर कटौती हो रही है।