बिजली कटौती से हाहाकार, छिना चैन
औरैया, जागरण संवाददाता : जबरदस्त बिजली कटौती का दंश जिले के तकरीबन हर हिस्से को झेलना पड़ रहा है। हालत यह है कि रात और दिन में खासी कटौती की जा रही है, जिससे आम आदमी का चैन और सुकून छिन गया है। शहर से लेकर गांवों तक में स्थिति यह है कि बिन बिजली के कहीं पानी का संकट है तो कहीं व्यवसाय चौपट हो रहा है। यही नहीं नलकूपों का संचालन ठप होने से किसानों के लिए भी मुसीबत घिरी है। बेशक अधिकारी पनकी के आदेश का हवाला देकर अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश कर रहे हैं, पर असलियत यह भी है कि ताबड़तोड़ हो रहे फाल्ट पर अंकुश लगाने के लिए कोई प्रभावी प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
सदर व अजीतमल तहसील क्षेत्र में सिर्फ औरैया नगर ही ऐसा है, जहां 15 घंटे बिजली आपूर्ति का शेड्यूल है। अन्य क्षेत्रों में तो छह घंटे ही आपूर्ति का शेड्यूल निर्धारित है, लेकिन कहीं भी निर्धारित शेड्यूल के मुताबिक आपूर्ति सुनिश्चित नहीं हो पा रही है। शहर की स्थिति देखें तो यहां आधी रात के बाद कटौती की गई, फिर सुबह ही आपूर्ति दी गई। आधी रात के बाद शहर के लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यहां ट्रिपिंग व लो वोल्टेज की समस्या भी कई इलाकों में मुसीबत बनी हुई है। लोगों को बिन बिजली के रात में भी तड़पना पड़ रहा है और दिन में भी उन्हें उमस भरी गर्मी में पसीना-पसीना होना पड़ रहा है। कई इलाकों में लड़खड़ाई पेयजल आपूर्ति भी आम जनमानस के लिए मुसीबत बनी हुई है। औद्योगिक नगर दिबियापुर में हालत और भी खराब है। यहां सिर्फ छह घंटे आपूर्ति का शेड्यूल है। निर्धारित शेड्यूल के हिसाब से रात 12 से सुबह 6 बजे तक आपूर्ति की जानी है। 12 बजे आपूर्ति तो शुरू कर दी गई। कई बार ट्रिपिंग हुई, फिर चार बजे कटौती कर दी गई। यहां चार घंटे ही बिजली मिल पाई। कस्बा फफूंद व अजीतमल में भी छह घंटे आपूर्ति का शेड्यूल निर्धारित है। इन दोनों क्षेत्रों में भी चार घंटे से ज्यादा बिजली नहीं मिल पाई। दिबियापुर, फफूंद व अजीतमल में पेयजल आपूर्ति खासी बाधित हो गई है। एसडीओ गजेंद्र सिंह कहते हैं कि ऊपर से ही दिक्कत है। पनकी के आदेश पर भी कटौती हो रही है। सुधार के लिए लगातार लिखा पढ़ी की जा रही है।