सूबे में माध्यमिक शिक्षकों की भर्ती जल्द
औरैया, जागरण संवाददाता : बुधवार देर दोपहर डीआईओएस दफ्तर में माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री के अचानक पहुंचने से खलबली मच गई। मंत्री ने समस्याएं जानी और अभिलेखों का परीक्षण कर असलियत का आंकलन किया। शिक्षा राज्यमंत्री ने पत्रकारों से वार्ता में कहा कि सूबे में माध्यमिक शिक्षकों की भर्ती जल्द शुरू होगी। उन्होंने स्वीकारा कि शिक्षकों की कमी से व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पा रही है।
शिक्षा राज्य मंत्री विजय बहादुर पाल बुधवार देर दोपहर अचानक पहुंचे। उस समय दफ्तर में जिला विद्यालय निरीक्षक नहीं थे। बताया गया कि वह डायट में गए हैं। मंत्री ने पटल सहायकों से ही मंगाकर अभिलेख देखे और यह जानने का प्रयास किया कि जिन कालेजों को नवीन मान्यताएं मिली हैं, उनमें बालिकाओं की संख्या कितनी है। इसकी सूची भी वह ले गए। पत्रकारों से वार्ता में उन्होंने माना कि शिक्षकों व शिक्षणेतर कर्मियों की खासी कमी है। पूर्व में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी। बीच में कुछ व्यवधान आया, अब आयोग और सरकार दोनों संवेदनशील हैं और जल्द ही भर्ती शुरू की जाएगी। शिक्षणेतर कर्मचारियों की भर्ती के लिए आयोग का गठन होगा। अर्ह शिक्षणेतर कर्मियों को प्रोन्नति देकर शिक्षक बनाने पर भी काम चल रहा है। कालेजों में शिक्षकों की भारी कमी के पीछे अर्से से शिक्षकों की भर्ती न होना है। इससे पहले माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट के जिला मंत्री सुनील कुमार मिश्र व माध्यमिक शिक्षणेतर संघ के जिला मंत्री उत्तम कुमार शुक्ल ने माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री को समस्याओं से अवगत कराया। खासतौर से वेतन वितरण में देरी का मुद्दा उठाया। यह भी बताया कि संलग्न प्राइमरी शिक्षकों को आठ महीने से वेतन नहीं मिला है। 2012-13 की बोर्ड परीक्षा का पारिश्रमिक भुगतान नहीं किया गया है। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में स्टाफ की कमी के बारे में भी अवगत कराया। बताया कि सिर्फ दो बाबू हैं और अटैचमेंट से काम चलाया जा रहा है। लेखाधिकारी लेखाकार की कुर्सी खाली है। दफ्तर में संसाधनों का खासा अभाव है। इस पर मंत्री ने कहा कि वह मुख्यमंत्री को अवगत कराकर इन समस्याओं का समाधान कराएंगे। मंत्री ने यह भी बताया कि सितंबर में वह जिले के कालेजों का निरीक्षण करेंगे। इस बीच जिला विद्यालय निरीक्षक राजकुमार पंडित पहुंच गए, फिर मंत्री ने उनसे विभागीय कार्यो के संबंध में जानकारी ली।