बिजली कटौती से पानी का हाहाकार
औरैया, जागरण संवाददाता : जबरदस्त बिजली कटौती ने जिले भर में कोहराम मचा दिया है। कहीं रात भर बिजली गुल रहने से लोगों की नींद हराम रही तो कहीं दिन में कटौती ने सुकून और चैन छीनकर पसीना बहाने के लिए मजबूर कर दिया। असेनी पावर स्टेशन पर कई बार हंगामा हुआ। लोगों के आक्रोश के चलते दिबियापुर में बिजली विभाग के अधिकारी दफ्तरों से गायब रहे। नगरीय क्षेत्रों में बदहाल बिजली आपूर्ति के चलते बूंद-बूंद पानी का संकट खड़ा हो गया है। जबरदस्त कटौती से जूझ रहे लोग अधिकारियों और सूबे की सरकार को कोस रहे हैं तो जनप्रतिनिधियों के खिलाफ भी गुबार निकाल रहे हैं।
शहर में दो फीडर क्षेत्रों में रात भर बिजली गुल रही तो दिन में पूरे शहर में ही बिजली कटौती से कोहराम मचा रहा। दो फीडर क्षेत्रों को छोड़ दें तो शेष शहर में चौबीस घंटे में बमुश्किल सात घंटे बिजली आपूर्ति हुई। जबकि शहर में 15 घंटे बिजली आपूर्ति का शेड्यूल है। सुबह यहां पानी को लेकर हाहाकार मचा रहा। शहर के जिन फीडर क्षेत्रों में रात में आपूर्ति हुई वहां हर 15 से 20 मिनट के अन्तराल पर ट्रिपिंग होती रही। औद्योगिक नगर दिबियापुर में बेशक हर रोज बिजली को लेकर हंगामा हो रहा है। बावजूद इसके कोई सुधार होता नहीं दिखता। पिछले चौबीस घंटे में यहां चार घंटे बिजली आपूर्ति मिली। रविवार रात और सोमवार को दिन में असेनी पावर स्टेशन पर कई बार हंगामा हुआ। लोगों के आक्रोश को देखते हुए न तो उपखंड कार्यालय में अधिकारी नजर आए और न ही पावर स्टेशन में। फफूंद क्षेत्र में तीन घंटे बिजली आपूर्ति मिली यहां पेयजल आपूर्ति पूरी तरह लड़खड़ाई है। लोगों को दूरदराज से पानी लाना पड़ रहा है। अजीतमल में 16 घंटे आपूर्ति का शेड्यूल है यहां रात में ढाई घंटे व दिन में डेढ़ घंटे बिजली आपूर्ति मिली। कुल चार घंटे की आपूर्ति टुकड़ों में मिलने से खासी दिक्कत रही। बिधूना में चौबीस घंटे बिजली आपूर्ति का आदेश हैं यहां 12 घंटे की कटौती हुई। जबकि अछल्दा में चौबीस घंटे के बजाए बमुश्किल आठ घंटे ही बिजली मिली। अछल्दा क्षेत्र में 16 घंटे की कटौती ने लोगों के लिए खासी मुश्किल खड़ी की।
सिंचाई को नहीं मिल रहा पानी
अजीतमल (औरैया) संवाद सहयोगी के मुताबिक कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव के निर्देश के बावजूद तहसील क्षेत्र को निर्धारित शेड्यूल के मुताबिक बिजली नहीं दी जा रही है। हालत यह है कि लो वोल्टेज की समस्या के साथ-साथ पूरे दिन में पांच घंटे भी बिजली नहीं आ रही है। बिजली के संकट के चलते मोहल्लों में पीने के पानी की किल्लत है तो वहीं खेतों पर सिंचाई के लिए लगाए गए नलकूप शोपीस बने हुए हैं।
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क्या कहते हैं जिम्मेदार
* एक्सईएन विद्युत पंकज शर्मा का कहना है कि पावर कार्पोरेशन को लगातर लिखा पढ़ी की जा रही है। आग्रह किया गया है कि दिबियापुर, फफूंद के शेड्यूल बदले जाए और अन्य क्षेत्रों में भी शेड्यूल के मुताबिक बिजली आपूर्ति की व्यवस्था कराई जाए।
* जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने बताया कि शासन को फिर से लिखा गया है। शेड्यूल बदलने और आपूर्ति पर्याप्त रूप से मुहैया कराने का आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि शासन स्तर से निर्णय होने पर ही सुधार संभव है।