बाबरपुर में सिर्फ दो घंटे बिजली
औरैया, जागरण संवाददाता : बाबरपुर में इन दिनों बिजली का अभूतपूर्व संकट छाया है। पिछले एक सप्ताह से अजीतमल तहसील से जुड़े क्षेत्रों में महज हर दिन दो घंटे बिजली दी जा रही है। बिजली न होने से लोग पीने के पानी के लिए दर-दर भटक रहे हैं। इसी तरह फफूंद में भी चार से पांच घंटे बिजली दी जा रही है जिसके चलते लोगों में खासा आक्रोश है। अछल्दा क्षेत्र की बात की जाए तो यहां भी ट्रिपिंग व तार टूटने की घटनाओं ने विद्युत व्यवस्था को बेपटरी कर रखा है। औरैया शहर में रात के हो रही कटौती से लोग हलकान है। बिधूना में भी कटौती की जा रही है।
अजीतमल को तहसील का दर्जा मिल गया है बावजूद बाबरपुर, अटसू व अजीतमल में बिजली का संकट नहीं दूर हो सका है। एक साल पहले जनहित याचिका पर हाईकोर्ट ने विद्युत विभाग को आदेश दिया था कि क्षेत्र को 16 घंटे बिजली दी जाए, लेकिन विद्युत विभाग ने इस आदेश को लाइन लॉस के बहाने से हवा में उड़ा दिया। नतीजा यह है कि कागज पर 16 घंटे आपूर्ति का शेड्यूल निर्धारित है, लेकिन हकीकत में पांच घंटे बिजली भी नहीं दी जा रही है। पिछले एक सप्ताह से हालात बेहद खराब हो चुके हैं। पूरे दिन में महज दो घंटे बिजली दी जा रही है उस पर वोल्टेज लो होने से यह बिजली किसी काम की नहीं है। लोगों में इस समस्या को लेकर खासा आक्रोश है, लेकिन एक साल पहले आंदोलन को पुलिस ने कुचल दिया था। जिसका भय अभी भी कायम है। खीज होने के बाद भी लोग आंदोलन नहीं कर पा रहे हैं।
फफूंद : यहां पर भी बिजली का बुरा हाल है शेड्यूल के मुताबिक 12 घंटे बिजली कस्बे को मिलनी चाहिए, लेकिन पांच घंटे बिजली दी जा रही है। बिजली न होने से पीने के पानी की खासी दिक्कत है। खासकर ऊंचाई वाले मोहल्लों में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। जबरदस्त बिजली कटौती से लोगों में खासा आक्रोश व्याप्त है।
अछल्दा : कस्बे की विद्युत व्यवस्था झूलते तारों व बदहाल संसाधनों के सहारे चल रही है। पिछले एक साल से सब स्टेशन की मशीन डायरेक्ट चल रही है जिसके चलते आए दिन फाल्ट होते हैं और बिजली गुल हो जाती है। हरीगंज बाजार, स्टेशन रोड, बड़ा बाजार, महेवा बस अड्डा, महेवा रोड में झूलते बिजली के तार जान लेने को आमादा हैं। कस्बे में फाल्ट के चलते दस घंटे बिजली भी नहीं दी जा रही है।
औरैया : शहरी क्षेत्र में रात की कटौती लोगों को हलकान किए हुए है। बार -बार ट्रिपिंग से लोग परेशान रहते हैं। शाम के वक्त बिजली न होने से शहर का व्यापार बुरी तरह प्रभावित है। कल कारखाने नहीं चल पाते हैं ऐसे में व्यापारियों को खासा घाटा उठाना पड़ रहा है। सुबह सात बजे बिजली चली जाती है उसके बाद वह दोपहर 12 बजे के बाद आती है इस कारण पीने के पानी की भी खासी दिक्कत शहर वासियों को उठानी पड़ती है।