न्यूट्रीफार्म पायलट प्रोजेक्ट के जरिए रोकेंगे कुपोषण
औरैया, जागरण संवाददाता : न्यूट्रीफार्म पायलट प्रोजेक्ट के जरिए कुपोषण पर अंकुश लगाने की तैयारी की गई है। गुरुवार को विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने बैठक कर इस पर मंथन किया और कार्ययोजना तय की।
उपकृषि निदेशक डा. बनारसी यादव ने कहा कि देश में बच्चों व महिलाओं में कुपोषण एक गंभीर समस्या है। इस स्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने कृषि विभाग के माध्यम से पोषक तत्वों से भरपूर फसल प्रजातियों को उगाने के लिए महत्वाकांक्षी योजना न्यूट्रीफार्म पायलट प्रोजेक्ट के रूप में जिले में शुरू हुई है। उन्होंने बताया कि 34 कृषक समूहों का गठन कर मक्का, बाजरा व गेहूं की फसलों का प्रदर्शन कराया जाएगा। पोषण युक्त प्रजातियों की खेती को बढ़ावा देने के लिए पांच हजार रुपए प्रति हेक्टेयर कृषि निवेश के रूप में प्रोत्साहन के लिए कृषक को दिए जाएंगे। जिला कार्यक्रम अधिकारी आभा सिंह ने कहा कि 58 प्रतिशत से अधिक महिलाएं व बच्चे कुपोषण का शिकार हैं। उन्होंने बतायाकि विभागीय स्तर से कुपोषित बच्चों व महिलाओं की सूची तैयार की जाएगी। डीएसओ दिलीप कुमार, खंड शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार अवस्थी, कृषि विज्ञान केंद्र के प्रतिनिधि डा. आईपी सिंह, खाद्य एवं विपणन विभाग के प्रतिनिधि रामभजन, आत्मा के शिव कुमार शर्मा व ऋषिकेश अवस्थी मौजूद रहे। इन अधिकारियों ने भी योजना में अपने विभाग की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कार्ययोजना प्रस्तुत की।