509 हेक्टेयर क्षेत्रफल में हरियाली की कवायद
औरैया, जागरण संवाददाता:अर्से से जिले में वन क्षेत्र बढ़ाने में नाकाम रहे जिम्मेदार फिर से कवायद की तैयारी में हैं। जनपद भर में 509 हेक्टेयर क्षेत्रफल में पौधे रोपित किए जाएंगे। प्रमुख रूप से पांच विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। खास तौर से निर्देश दिया गया है कि ग्रामीणों को पौधे वितरित करने की बजाए उन्हें रोपित कराने पर जोर दिया जाए।
फिलहाल जिले में 10250 हेक्टेयर वन क्षेत्र है, उत्तराखंड बनने के बाद से लगातार सूबे में वन क्षेत्र बढ़ाने की कवायद चल रही है। जनपद में भी यह कवायद तेजी से चलाए जाने का दावा किया गया, लेकिन रत्ती मात्र भी वन क्षेत्र नहीं बढ़ा, घनत्व में जरूर बढ़ोतरी हुई। कारण साफ है कि पूर्व में जो पौधे रोपित किए गए उनके संरक्षण पर खास ध्यान नहीं दिया गया। हालांकि अब फिर तैयारी शुरू की गई है। बताया गया कि जिले भर में कुल 509 हेक्टेयर क्षेत्रफल में 3, 30850 पौधे रोपित किए जाएंगे। इनमें से वन विभाग 356 हेक्टेयर क्षेत्रफल में 231400 पौधे रोपित कराएगा। जबकि ग्राम्य विकास विभाग 142 हेक्टेयर क्षेत्रफल में 92300 पौधे रोपित कराएगा। सिंचाई विभाग 1950 पौधे रोपित कराकर तीन हेक्टेयर क्षेत्रफल आच्छादित करेगा। पीडब्लूडी सात हेक्टेयर क्षेत्रफल में 4550 पौधे रोपित कराएगा। जबकि सहकारिता विभाग को 650 पौधे रोपित कराकर एक हेक्टेयर क्षेत्रफल को हराभरा बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। डीआरडीए के परियोजना निदेशक अजय प्रकाश ने बताया कि ब्लाकों को भी लक्ष्य दे दिए गए हैं। खास तौर से कहा गया है कि गांवों में ग्रामीणों को पौधे बांटकर खानापूरी न की जाए बल्कि खुद पौधे रोपित कराएं जाए। उन्होंने बताया कि एरवाकटरा ब्लाक को 8581, बिधूना के 13395, अछल्दा को 11930, भाग्यनगर को 14861, सहार को 11930, औरैया को 18208 तथा अजीतमल ब्लाक को 13395 पौधे रोपित करने का लक्ष्य दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रयास होगा कि स्कूल -कालेजों के साथ चारागाह, गांव की खाली जमीन या सरकारी जमीन पर अधिक पौधे रोपित कराएं जाए।