मुस्लिम समुदाय ने सुंदरकांड के पाठ के साथ कराया भंडारा
तिलोई : मै मुस्लिम हूं तू हिन्दू है दोनों है इन्सान, ला मै तेरी गीता पढ़ लूं, तू पढ़ ले कु रान। दोन
तिलोई : मै मुस्लिम हूं तू हिन्दू है दोनों है इन्सान, ला मै तेरी गीता पढ़ लूं, तू पढ़ ले कु रान। दोनों ओर लिखा हो भारत सिक्का वहीं उछाला जाये, वाहिद के घर दीप जले मंदिर तक उजियारा जाये।
वाहिद अली वाहिद की यह पंक्तियां ज्येष्ठ मास के बड़े मंगल पर यहां चरितार्थ होती दिखी। शांति का पैगाम व आपसी सौहार्द का संदेश देने वाले मलिक मोहम्मद जायसी की धरती पर
मुस्लिम समुदाय की ओर से जो पहल देखने को मिली वह अदभुत रही। ज्येष्ठ मास के बड़े मंगल पर तिलोई विकास खंड के लालगंज मजरे बारकोट स्थित मो. रफ क उर्फ मुन्ना के यहां सुंदरकांड का पाठ व जय बजरंग बली के नारे गुंजायमान हो रहे थे। वैदिक रीति रिवाजों के साथ यहां हनुमान जी की आरती हुयी और सुंदर कांड के पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन हुआ। इस आयोजन में अकेले मो. रफ क नहीं शामिल रहे बल्कि मो. अली अहमद, इस्लाम, यार मोहम्मद व मो. शाकिर सरीखे तमाम युवकों की टोली शामिल थी। जिन्होंने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस टोली की रूचि ¨हदू युवकों से कम नहीं थी। मुस्लिम समुदाय का भंडारा चारों बड़े मंगल पर यह अनवरत चलता है। आयोजक मो. रफ क बताते है कि वह काफ अरसे से नियमित रूप से भंडारे का आयोजन करते चले आ रहे हैं। वे कहते है कि इसमें किसी भी ¨हदू भाइयों का शारीरिक सहयोग लिया जाता है। इस आयोजन में ¨हदू समुदाय के लोग भी बढ़ चढ़ कर भाग लेते है। इस मौके पर राजकुमार गुप्ता, दीपक सोनी, सुंदर लाल वर्मा समेत अन्य युवकों का सराहनीय योगदान रहा।