बिना नोटिस दिए ही अधिग्रहीत कर ली किसानों की भूमि
तिलोई : राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए किसानों की जमीन का अधिग्रहण बिना उन्हें नोटिस दिए ही कर दिया गया
तिलोई : राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए किसानों की जमीन का अधिग्रहण बिना उन्हें नोटिस दिए ही कर दिया गया है। यही नहीं मुआवजे के नाम पर करोड़ों रुपये की हेराफेरी भी कर ली गई। इस प्रक्रिया के दौरान सैकड़ो साल से जिस आशियाने में गरीब परिवार गुजर कर रहे थे वहां बुल्डोजर चल गया और वे बेघर हो गए।
एनएच 56 के फ ोर लेन विस्तार में लोगों की जमीने अधिग्रहित हुई तो हाईवे के किनारे बसे गरीबों की मानो किश्मत खुल गयी, लेकिन इनकी खुशियों पर तब पानी फि र गया जब राजस्व महकमा मलाई खोजने के चक्कर में इनके हितों की अनदेखी पर उतर आया। राजस्व महकमे की आड में मुआवजे के नाम पर करोड़ो का खेल हुआ। इन्हौना का रहिमापुर मोहल्ला हो या फि र कस्बा इन्हौना जहां सैकड़ो साल से गरीब परिवारों के आशियाने उजड़ गए। जिन्हें मुआवजे के नाम पर ठगी का शिकार बनाया गया। यही हाल राजस्व अभिलेखों में दर्ज खेतौनियों का रहा। महकमें ने मलाई काटने के चक्कर में खेतौनी में दर्ज दर्जनों खातेदारों को भूमिहीन बना दिया और भूमिहीनों को मालामाल कर दिया। अधिग्रहित जमीन में खड़ी इमारतों के मालिकाना हक में भी हेरा फेरी की गयी। इसी चक्कर में तमाम खाता धारकों को नोटिस तक नहीं मिली।
जरा इन पीड़ितों की सुने
भोला प्रसाद गुप्ता व लतीफ अहमद जो भूमि के बतौर सहखातेदार हैं। जिन्हें मुआवजे की नोटिस तक नहीं मिली। मो. उफ र् पुत्र बाबू चौधरी, अमरीश गुप्ता, नंद किशोर गुप्ता, अजय गुप्ता व मो. मोबीन का कहना है कि राजस्व महकमें ने हेरा-फेरी कर अधिग्रहित जमीन में बनी इमारतों का उन्हें मुआवजा नहीं मिला है।
आपत्तिया निस्तारण
125 एक भी नहीं
विधायक बोले
क्षेत्रीय विधायक मयंकेश्वर शरण सिंह ने कहा कि किसी के साथ अन्याय नहीं होगा और दोषी राजस्व कर्मी बख्से नहीं जायेंगे।