सभी की भागीदारी से होगा जल का संरक्षण
अमेठी : दिन ब दिन पानी की समस्या बढ़ती जा रही है। घटता भू जल आने वाले समय के लिए खतरे की घंटी है। ऐस
अमेठी : दिन ब दिन पानी की समस्या बढ़ती जा रही है। घटता भू जल आने वाले समय के लिए खतरे की घंटी है। ऐसे में सभी लोग एक दूसरे के सहयोग से पानी के संरक्षण को लेकर अभी से ही चेत जाए। अन्यथा एक दिन ऐसा आएगा कि लोग पानी के लिए युद्ध करेंगे। विश्व जल दिवस पर आयोजित गोष्ठी में किसानों को जल संरक्षण के उपाय बताये गए।
किसानों से अपील करते हुए उप कृषि निदेशक डा. अजय कृष्ण ने कहा कि लोग पानी का महत्व न समझ बेवजह बर्बाद करते है। जो आने वाले समय में घातक साबित होगा। ऐसे में पानी की बर्बादी को रोकने की आवश्यकता है। उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि पानी को बचाने के लिए सभी मिलकर प्रयास करे। खेतों में पानी रोकने के लिए मेड़ बंधी करे। जिससे मिट्टी पानी को सोख कर हमारा वाटर लेबल दुरुस्त रखेगी। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि पानी के संरक्षण के लिए सभी को पहल करनी होगी। खास कर ग्रामीणों को पानी का महत्व बताते हुए उनको जागरुक करना होगा। उन्होंने बताया कि बारिश के पानी को सहेजने के लिए एक गढ्डा बनाया जाये। जिसमें पानी एकत्रित होकर वाटर लेबल बढ़ाये। इस मौके पर फूलचंद्र, प्रगतिशील किसान रणजंय सिंह, अभय सिंह समेत कई लोग मौजूद रहे।
माडल स्कूल के बच्चों को बताया जल ही जीवन
गौरीगंज के पचेहरी माडल स्कूल में बच्चों को विश्व जल दिवस पर पानी को सहेजने के लिए जानकारी दी गई। प्रधानाध्यापक रमाशंकर यादव ने कहा कि बिना मतलब पानी का दुरुपयोग न किया जाये। उन्होंने बच्चों से कहा कि जल से ही जीवन है। ऐसे में उसका संरक्षण करना हमारा नैतिक कर्तव्य है। पानी के उपयोग को बताते हुए पास पड़ोस के लोगों को पानी के बर्बादी को रोकने के लिए जागरुक करने को कहा। इस मौके पर सहायक अध्यापक रामसजीवन मिश्र, गिरीश पांडेय, राकेश देव पांडेय व डा. रचना जायसवाल मौजूद रही।