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पानी में दाना-दाना जुटा रहा किसान

अमेठी,जागरण संवाददाता: मौसम की मार से परेशान किसान अब दाना-दाना एकत्र करने में जुटा है। वह हर कीमत प

By Edited By: Published: Tue, 31 Mar 2015 04:45 PM (IST)Updated: Wed, 01 Apr 2015 04:55 AM (IST)

अमेठी,जागरण संवाददाता: मौसम की मार से परेशान किसान अब दाना-दाना एकत्र करने में जुटा है। वह हर कीमत पर खेतों में जो थोड़ी बहुत फसल बची है। उसे घर लाना चाहता है। मौसम की आंख मिचौली और असमय हो रही बरसात ने तो उसके अरमानों को चकनाचूर कर ही डाला है। अब उसके सामने खुद और परिवार का पेट पालने की मजबूरी है। ऐसे में वह खेत व खलिहान में पानी-पानी हो चली फसल को बचाने के लिए पूरी कुब्बत से जुटा हुआ है। वहीं अभी और बरसात होने की भविष्यवाणी ने तो मानो उसका दिल ही बैठा दिया है। फिर भी किसान तो किसान ही होता है। उसे खेतों में बर्बाद होती फसल के सहारे जीवनयापन करने वाले अपने परिवार की भी चिंता सता रही है। तभी तो वह बूंदाबांदी के बीच भी फसल को घर तक लाने की हर मुमकिन कोशिश कर रहा है। बात कुछ भी हो पर हकीकत यही है कि जिले के किसान मंगलवार को अमंगल की आशंका के बीच पूरे दिन अन्न का दाना-दाना जुटाने की जद्दोजहद में लगे दिखे। अमेठी के रामगंज से लेकर तिलोई के ब्रह्मनी तक तस्वीर एक सी दिखी। खेत व खलिहान में किसानों के चेहरे अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग जरूर दिखे लेकिन आंखों में दर्द व चेहरे पर बर्बादी का मंजर हर जगह एक सा ही था। प्रशासनिक अमला भी किसानों को राहत पहुंचाने का दावा तो जरूर कर रहा है, लेकिन हकीकत में कहीं भी उसके नुमाइंदे नजर नहीं आए। खेत में गेहूं की काली होती बालियों को देख किसान का कलेजा मुंह को आने को है। फिर भी उसे अपने व अपनों के लिए आंखों में आंसुओं का सैलाब ले पानी में तिनका-तिनका जुटाने की हर कोशिश करने की ललक ने शायद अब बेपरवाह बना दिया है। तभी तो पानी के बीच गेहूं की फसल को उठाने में वह यह भूल गया कि इसी खेत से तो उसे अन्न की बड़ी सौगात मिलनी थी। अब तो वह बस कुछ दाने ही बचाने को जूझ रहा है।

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मंगल को फिर बरसे बादल

सोमवार की बरसात का दर्द अभी कम भी नहीं हुआ था कि मंगलवार की सुबह एक बार फिर मेघ बरस पड़ा। वैसे तो पूरे जिले में ही बूंदाबांदी हुई लेकिन जामो,जगदीशपुर, सिंहपुर व तिलोई में बरसात ने कुछ ज्यादा ही कहर बरपाया। खेत अभी सूख भी नहीं पाए थे कि एक बार फिर बरसात ने उन्हें भिगो दिया है। किसान परेशान हैं। अहुरी के रामलाल, गोरियाबाद के रामखेलावन का दर्द कुछ यूं फूटा। कहा कि अब तो सब कुछ बर्बाद ही हो गया है। अब तो ऊपर वाले को हम किसानों पर रहम करना चाहिए। पता नहीं ईश्वर हमें किस बात की सजा दे रहा है।

बोले साहब

जिले में बरसात व ओलावृष्टि से हुए नुकसान से किसान तबाह हो गए हैं। उन्हें हर संभव मदद पहुंचाने के लिए प्रशासन हर संभव कोशिश करेगा। सभी एसडीएम को नुकसान का जायजा लेकर शीघ्रता से रिपोर्ट भेजने के लिए कहा गया है।

जगतराज

जिलाधिकारी, अमेठी


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