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घरों में चलता मिला स्लाटर हॉउस

अंबेडकरनगर : बिना लाइसेंस के पशुओं का वध अपराध है। यह अपराध यहां बड़े पैमाने पर होता रहा, वह भी नगरपा

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Mar 2017 09:56 PM (IST)Updated: Thu, 23 Mar 2017 09:56 PM (IST)
घरों में चलता मिला स्लाटर हॉउस
घरों में चलता मिला स्लाटर हॉउस

अंबेडकरनगर : बिना लाइसेंस के पशुओं का वध अपराध है। यह अपराध यहां बड़े पैमाने पर होता रहा, वह भी नगरपालिका, प्रशासन व पुलिस की नाक के नीचे। हैरत की बात है कि इस पर अंकुश लगाने की दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी। अब जबकि सूबे में योगी राज आया तो शासन के सख्त रुख के चलते से अपराध का भंडाफोड़ हो सका। जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव के निर्देश पर गुरुवार को चले अभियान के तहत जिले में 28 स्लाटर हॉउसों को सील कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान मौके से वध के लिए बंधे 34 मवेशियों को मुक्त कराया गया। एसडीएम विवेक मिश्र, सीओ राघवेंद्र मिश्र व नगर पालिका संगीता कुमारी की अगुआयी में पुलिस टीम ने कोतवाली अकबरपुर के मीरानपुर मोहल्ले में छापा मारा। यहां रिहायशी इलाके में स्थित मकानों में आधा दर्जन से अधिक कत्लखाने संचालित मिले। कई घरों में वधशाला दिखते ही अधिकारियों को हाथ-पांव फूलने लगे और इसे तत्काल सील किए जाने की कार्रवाई शुरू हुई। एक कमरे में चमड़े का गोदाम भी मिला। हालांकि अधिकारियों ने इसे सील नहीं किया है। कार्रवाई के दौरान 11 पड़वा को मुक्त करा कांजी हाउस भेजा गया है जबकि नौ कत्लखानों को सील कर दिया गया। वहीं लोरपुर बंजरहवा में छापेमारी की भनक लगते ही कत्लखाने संचालित करने वाले लोग मवेशियों को खेतों में भगाकर फरार हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों को यहां महज महिलाएं ही मिलीं। ऐसे में अधिकारियों ने खेतों से 23 मवेशियों को पकड़ते हुए कांजी हॉउस भेजा है। हालांकि एकमात्र स्लाटर हॉउस मिला जिसे सील नहीं किया जा सका। टांडा : नगर क्षेत्र में पशु मांस विक्रय करने की दर्जनों अवैध दुकानें चल रही थीं। नगर पालिका के नियमों की अनदेखी करते हुए बिना लाइसेंस के ही दुकानें बेरोकटोक चल रही थीं। सीओ वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव की अगुआयी में कोतवाल वकील ¨सह यादव ने पुलिस बल के साथ छापेमारी करके अवैध मांस विक्रेताओं की दुकानों की जांच की। कोतवाल ने बताया कि बिना लाइसेंस के चल रहीं एक दर्जन से अधिक दुकानें कार्रवाई की जद में आयी हैं।

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केदारनगर : इब्राहिमपुर पुलिस ने इल्तिफातगंज कस्ब में चल रहे बूचड़खानों को सील कर दिया। बीती रात थानाध्यक्ष अरशद सिद्दीकी ने मोहल्ला औरंगाबाद में चार तथा बागीचा मोहल्ले के एक बूचड़खानों के लाइसेंस का नवीनीकरण न होने के कारण सील कर दिया। एक बूचड़खाने का लाइसेंस मानक के अनुरूप न होने की दशा में उस पर भी रोक लगा दी है।

जलालपुर : नगर पालिका क्षेत्र में जाफराबाद स्थित लाइसेंसशुदा स्लाटर हाउस छापेमारी के दौरान बंद मिला। वहीं छापेमारी के डर से नगर के दर्जनभर से अधिक चिकवा बिरादरी के लोगों ने लाइसेंस के अभाव में अपने व्यवसाय को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है।

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कार्रवाई सही लेकिन मीट लाइसेंसियों को मिले राहत-अंबेडकरनगर : मीट के अवैध कारोबारियों के खिलाफ प्रदेश सरकार की ओर से की जा रही कार्यवाई पर स्थानीय लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रिया दी है। स्थानीय निवासी गालिब अब्बास पप्पू का कहना है कि मोहल्ले के मध्य मीट का कारोबार किसी भी ²ष्टि से उचित नहीं माना जा सकता है, परंतु यह सरकार का उत्तरदायित्व है कि आबादी के बाहर स्लाटर हॉउस की व्यवस्था कराए, जिससे लाइसेंस धारक दुकानदार रोजी-रोटी चला सकें। इसके साथ साथ ताड़ी, शराब, गांजा-भांग की दुकानों को भी बंद किया जाए तो मुनासिब होगा। इम्तियाज हुसैन ने अवैध कारोबार पर सरकारी चाबुक का स्वागत किया है। साथ ही उन्होंने जोड़ा कि वैध तरीके से धंधा कर रहे छोटे-छोटे मीट विक्रेताओं को परेशान न किया जाए। पेवाड़ा मीरानपुर निवासी नफीस अहमद अंसारी का मत है कि मीट लाइसेंस धारकों को कम से कम एक माह का समय देकर तब कोई कार्रवाई की जानी चाहिए थी। एकाएक रोजी रोटी छिन लेना सही नहीं है। मीरानपुर बूचड़खाने के निकट रहने वाले कृष्णकांत के विचार से यह देर से की जाने वाली अच्छी कार्रवाई है, लेकिन नियम कानून का पालन करने वाले दुकानदारों के लिए आबादी से बाहर व्यवस्था होनी चाहिए ताकि दो जून की रोटी के लाले न पड़ें। मोहल्ला मीरानपुर वार्ड से सभासद हाजी मोहम्मद अ़कमल उ़र्फ जुगनू का कहना है कि प्रतिबंधित पशुओं तथा मांस के अवैध धंधे पर प्रतिबंध बिल्कुल जायज और स्वागत योग्य है, लेकिन वैध तरीके से कारोबार कर अपना व परिवार का पालन पोषण करने वाले लोगों के पेट पर लात मारना राजधर्म नहीं है।


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