पंजाब से भी करोड़ों ले भागी वेल्किन इंफ्राटेक
अंबेडकरनगर : गरीबों की गाढ़ी कमाई पर डाका डालने को लेकर एक और कंपनी सुर्खियों में आई है। यहां से शुर
अंबेडकरनगर : गरीबों की गाढ़ी कमाई पर डाका डालने को लेकर एक और कंपनी सुर्खियों में आई है। यहां से शुरू हुई वेल्किन इंफ्राटेक कंपनी अब पंजाब प्रांत से करोड़ों रुपये बटोर कर भाग गई है। भुक्तभोगी कंपनी के कर्ताधर्ताओं की तलाश में यहां तक पहुंच गए हैं। उक्त कंपनी का कारपोरेट आफिस अंबेडकरनगर के कोतवाली अकबरपुर क्षेत्र स्थित टांडा रोड पर था। इसका मुख्य कर्ताधर्ता सीएमडी वीरेंद्र कुमार है, जो इसी जिले के इब्राहिमपुर थाना क्षेत्र के नसरुल्लापुर का रहने वाला है। अहम है कि वीरेंद्र और दूसरे आरोपियों के खिलाफ जिले में भी मुकदमा दर्ज है, जिसमें वे जमानत पर चल रहे हैं।
उसकी कंपनी ने मुख्य कार्यालय इलाहाबाद में खोल रखा था। साथ ही पंजाब व हरियाणा प्रांत में कई जिलों में शाखाएं खोलकर ग्राहकों से करोड़ों रुपये का निवेश कराया गया। निर्धारित समय पर धन की वापसी न होने पर यहां के कर्मचारियों व जमाकर्ताओं ने गत वर्ष निदेशक व उसकी पत्नी ऊषा व तारकेश्वर के विरुद्ध कोतवाली अकबरपुर में मुकदमा दर्ज कराया था। इस बीच गुरुवार को प्रांत के फरीदकोट से करीब दो दर्जन लोग यहां पहुंचे। उन्होंने कथित निदेशक से दूरभाष पर बात की तो उसने अपने घर बुलाया। डरे पीड़ित उसके घर न जाकर इब्राहिमपुर थाने पहुंचे। मामले की जानकारी एसओ को दी तो उन्होंने वीरेंद्र को थाने बुलाया। पीड़ितों का आरोप है कि थाने में उनकी बात पूरी तरह नहीं सुनी गई और वापस कर दिया गया। इसके बाद वह जिला मुख्यालय पहुंचे।
पीड़ितों में बल¨वदर ¨सह, अनिल कुमार तिवारी, विजय बहादुर, गणेश मंडल, लालजी, संजय कुमार, मुरती देवी, क्रांति देवी, बनवारीलाल और चंदन ¨सह आदि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि उक्त कंपनी ने पंजाब के फरीदकोट, अमृतसर, बागापुराना, मोगा व हरियाणा के सिरसा में आफिस खोल रखा था। रुपये जमा कराने के बाद कंपनी ताला बंद कर फरार हो गयी। इब्राहिमपुर थानाध्यक्ष विजय ¨सह ने बताया कि प्रकरण पंजाब प्रांत से जुड़ा होने के चलते यहां मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।