हस्तानांतरण के पहले दरकने लगी दीवारें
सद्दरपुर (अंबेडकरनगर) : राजकीय बालिका इंटर कॉलेज इनामीपुर में मूलभूत सुविधाओं का अभाव दूर नहीं किया
सद्दरपुर (अंबेडकरनगर) : राजकीय बालिका इंटर कॉलेज इनामीपुर में मूलभूत सुविधाओं का अभाव दूर नहीं किया जा सका है। कॉलेज में शुद्ध पेयजल के साथ ही गंदगी का संकट खड़ा है। वहीं स्कूल में विद्युतीकरण को लेकर जिम्मेदार आंख मूंदे हैं। रास्ता व चहारदीवारी की तो बात ही छोड़िए, हस्तानांतरण होने से पहले ही भवन की दीवारें कई जगहों पर दरकने लगी है।
ग्रामीण क्षेत्रों में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने और गुणवत्तापरक शिक्षा देने की मंशा से तत्कालीन सरकार ने 2007 में मंत्री लालजी वर्मा के प्रयास से इनामीपुर में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की स्थापना किया गया। सत्र 2008-09 में शिक्षण कार्य भी शुरू कर दिया गया। कक्षा नौ से 12 तक चलने वाले इस कॉलेज में 176 छात्राएं पंजीकृत है, लेकिन कॉलेज की यह दुर्दशा है कि तकरीबन आठ साल बाद भी कॉलेज का निर्माण पूरा नहीं हुआ। अभी तक न तो चहारदीवारी चारों तरफ से हो गई है और न ही गेट लगा है। छात्राओं को पीने के पानी के लिए महज एक इंडिया मार्का हैंडपंप है, जो गंदगियों और झाड़ियों से घिरा है। कॉलेज में पंखे व बल्व तो लगे है, लेकिन बिजली कनेक्शन अभी तक नहीं हुआ है। पूरा परिसर बड़ी-बड़ी झाड़ियां से घिरा है और तो और कॉलेज भवन की दीवार कई जगहों पर टूट चुकी है। भवन का निर्माण भी अभी अधूरा ही है, लेकिन मौके पर कार्यदायी संस्था का कोई मौजूद नहीं मिला।
--------------कर्मचारियों का भी टोटा
सद्दरपुर : राजकीय बालिका इंटर कॉलेज इनामीपुर में कर्मचारियों का टोटा है। चपरासी के चार पदों के सापेक्ष कोई कर्मचारी नहीं है। लेक्चरर के नौ में से छह और सहायक अध्यापक के सात पद पूरे तो है, लेकिन उनके तीन कर्मचारियों को अन्य विद्यालयों में संबद्ध कियसा गया है। लिहाजा इनकी कमी से समस्या हो रही है।