माफिया की तलाश में पुलिस का छापा
अंबेडकरनगर : राष्ट्रीय राजमार्ग रायबरेली-बांदा का निर्माण करा रही कार्यदायी संस्था से रंगदारी मांगने
अंबेडकरनगर : राष्ट्रीय राजमार्ग रायबरेली-बांदा का निर्माण करा रही कार्यदायी संस्था से रंगदारी मांगने के मामले में फरार चल रहा माफिया अजय सिपाही की तलाश में पुलिस ने छापेमारी की। लेकिन वह हाथ नही लग सका। सूत्रों की मानें तो माफिया को छापेमारी की भनक पहले ही लग गई थी। जिससे वह पुलिस के पहुंचने से पूर्व ही भाग निकला।
रायबरेली से बांदा तक राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण दक्षिण भारत की एक प्रतिष्ठित कंपनी जीकेसी प्रोजेक्ट के द्वारा कराया जा रहा है। करीब 650 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य करा रही संस्था से गत दिसंबर माह में महरुआ थाना क्षेत्र के लोकनाथपुर निवासी अजय सिपाही ने करोड़ों रुपये की रंगदारी मांगी थी। रंगदारी पाने को दबाव बनाने के लिए माफिया के गुर्गों ने कंपनी के महरुआ स्थित कैंप कार्यालय पर पर गत जनवरी माह में जमकर उत्पात मचाया था। मजदूरों एवं कर्मचारियों की पिटाई कर काम बंद करने की धमकी दी गई थी। जिसके बाद डरे सहमे कंपनी के अधिकारियों ने निर्माण कार्य ठप कर दिया था। मामला शासन में पहुंचने जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के हस्तक्षेप पर कंपनी ने दोबारा निर्माण कार्य शुरू कराया था। इस दौरान कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर पंकज सिन्हा की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया था। दौरान विवेचना पुलिस ने माफिया अजय सिपाही, उसके भाई विजय प्रताप ¨सह उर्फ ¨मकू एंव ¨सटू का नाम खोला था। शनिवार को पुलिस को आरोपियों की मौजूदगी गांव में होने की जानकारी मिली। इस पर छापेमारी की, लेकिन कोई हाथ नही लगा। एसपी पंकज कुमार ने छापेमारी की पुष्टि करते हुए बताया कि उक्त मामले में माफिया की तलाश की जा रही है।