निजी विद्यालयों पर हुई परीक्षार्थी आवंटन की कृपा
अंबेडकरनगर : आसन्न बोर्ड परीक्षा की शुचिता पर सवालिया निशान लगा हुआ है। वजह बोर्ड की मंशा के विपरीत
अंबेडकरनगर : आसन्न बोर्ड परीक्षा की शुचिता पर सवालिया निशान लगा हुआ है। वजह बोर्ड की मंशा के विपरीत निजी विद्यालयों को क्षमता से अधिक परीक्षार्थियों का आवंटन किया गया है। जबकि राजकीय एवं वित्तीय सहायता प्राप्त विद्यालयों में संसाधन का अभाव बताते हुए परीक्षार्थियों की संख्या आंवटित किए जाने में खेल कर दिया गया है।
आगामी बोर्ड परीक्षा के लिए जिले में बनाए गए 174 परीक्षा केंद्रों पर 94 हजार 166 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। इसमें इंटरमीडिएट में 43 हजार 716 तथा हाई स्कूल में 50 हजार 450 परीक्षार्थी शामिल होंगे। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से पहले परीक्षा केंद्रों के निर्धारण में मानक को दर किनार करते हुए अधोमानक के विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया। इसके बाद परीक्षार्थियों के आवंटन में भी निजी विद्यालयों पर जमकर कृपा दृष्टि की गई। बताते चलें कि बोर्ड के निर्देशों में सबसे पहले राजकीय तथा वित्तीय सहायता प्राप्त विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाए जाने का निर्देश देते हुए क्षमता के मुताबिक सर्वाधिक संख्या इन्हीं विद्यालयों को आवंटित की जानी थी। जबकि डीआइओएस कार्यालय से प्राप्त सूचना के अनुसार निजी विद्यालयों को मनमाफिक छात्र संख्या आवंटित की गई है। खास बात है कि जिले में वित्तीय सहायता प्राप्त 60 विद्यालयों के सापेक्ष महज 48 विद्यालयों को ही परीक्षा केंद्र बनाया गया है। जबकि राजकीय 26 विद्यालयों के सापेक्ष महज पांच विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया जा सका है। इसके बाद परीक्षार्थियों की संख्या के आवंटन में भी जमकर खेल किया गया। निजी विद्यालयों को अधिक छात्र संख्या आंवटन किए जाने से परीक्षा की शुचिता पर अभी से गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। इस बाबत जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. आरपी वर्मा का कहना है कि कॉलेजों की ओर से दी गई छात्र संख्या की क्षमता के आधार तथा सत्यापन अधिकारियों की आख्या पर आवंटन किया गया है। सरकारी तथा वित्तीय सहायता प्राप्त विद्यालयों में संसाधनों के अभाव के चलते अधिक छात्र संख्या का आवंटन नहीं किया गया है। शुचिता बनाए रखने के लिए स्टेटिक मजिस्ट्रेट तैनात किए जाएंगे।
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-ऐसे हुआ छात्र संख्या का आवंटन
जीजीआसी अकबरपुर को 463 छात्र आवंटित किए गए हैं। इसके अलावा सावित्री बाई फुले राजकीय बालिका इंटर कॉलेज को 575, राजकीय विद्युत परिषद इंटर कॉलेज टांडा को 543, जीजीआईसी जलालपुर को 577 तथा सुमित्रा देवी शुक्ल राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में 573 छात्रों का परीक्षा केंद्र बनाया गया है। वित्तीय सहायता प्राप्त विद्यालयों की ओर ध्यान दिया जाए तो, आंकड़े इसी के इर्दगिर्द घूम रहे हैं। जबकि उक्त विद्यालयों में आयोजित होने वाली विभिन्न परीक्षा में उक्त संख्या से अधिक परीक्षार्थी पहले भी शामिल होते रहें है। वहीं निजी विद्यालयों को आवंटित की गई संख्या की ओर ध्यान देने पर चित बहाल आर्दश बालिका इंटर कॉलेज को 823, रामयश बलदेव मौर्य कॉलेज को 600, गांधी स्मारक इंटर कॉलेज राजेसुल्तानपुर को 691, इंद्रजीत वर्मा कन्या इंटर कॉलेज को 741, नान्हू यादव इंटर कॉलेज को 661, पंडित वंशराज सत्यगोविंद इंटर कॉलेज को 756, प्रकाश इंटर कॉलेज मरैचा को 587, तीर्थराज स्मारक इंटर कॉलेज आमादरवेशपुर को 785, किसान इंटर कॉलेज भस्मा को 558, सीताराम स्मारक को 636, गांधी स्मारक को 633, जनता इंटर कॉलेज 608, स्वामी विवेकानंद को 789, माताबदल जायसवाल को 648, जनता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भियांव को 617, यशोदा देवी इंटर कॉलेज को 751, रामदास चौधरी इंटर कॉलेज को 711 तथा भगवती प्रसाद मेमोरियल इंटर कॉलेज को 700 परीक्षार्थी आवंटित किए गए हैं। बाबा रामशरण दास इंटर कॉलेज को 709, राजकुमारी इंटर कॉलेज को 684, कन्या इंटर कॉलेज भीटी को 670, गौतम बुद्ध इंटर कॉलेज को 598, राम अजोर श्याम दुलारी साहू इंटर कॉलेज को 614, सीआर इंटर कॉलेज को 869, पतिराजी देवी बालिका इंटर कॉलेज को 786, दरगाही रामलहन कॉलेज को 739, झिनका देवी पटेल कॉलेज को 699, गयादीन बालिका इंटर कॉलेज को 874, सरदार पटेल रामलौट श्याम देवी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को 748 परीक्षार्थी आवंटित किए गए हैं।