महज चार हजार मीट्रिक टन धान की हुई खरीद
अंबेडकरनगर : धान खरीद व चावल कुटाई में डैमेज फीसद केंद्र सरकार द्वारा बढ़ाए जाने के बाद भी धान खरीद
अंबेडकरनगर : धान खरीद व चावल कुटाई में डैमेज फीसद केंद्र सरकार द्वारा बढ़ाए जाने के बाद भी धान खरीद गति नहीं पकड़ रही है। खरीद शुरू हुए ढाई माह बीत गए, लेकिन अब तक चार क्रय एजेंसियों के 45 क्रय केंद्रों पर चार हजार मीट्रिक टन धान की खरीद हो सकी है।
मूल्य समर्थन योजना के तहत चालू वित्तीय वर्ष में जिले को 74 हजार मीट्रिक टन धान क्रय करने का लक्ष्य मिला है। धान खरीद के प्रति अधिकारी कितना गंभीर है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एफसीआइ के दो क्रय केंद्रों पर अब तक खरीद ही नहीं शुरू हो सकी। जबकि धान खरीद का समय समाप्त होने में मात्र डेढ़ माह का समय शेष है। जिले में धीमी गति से चल रही धान खरीद को लेकर गत दिनों और एफसी मनमोहन चौधरी ने जिला स्तरीय अधिकारियों व सभी क्रय केंद्र प्रभारियों को धान खरीद में तेजी लाने का निर्देश दिया था। धान खरीद में डैमेज फीसद कम होने का क्रय केंद्र प्रभारी व राइस मिलर बहाना करके खरीद करने से मुकर रहे थे, जिस पर केंद्र सरकार ने धान क्रय में दो फीसद तथा चावल में एक फीसद डैमेज और बढ़ा दिया। फिर भी धान खरीद गति नहीं पकड़ रही है। स्थिति यह है कि अधिकतर क्रय केंद्रों पर ताले लटके रहते है। नवीन सब्जी मंडी सिझौली के भारतीय खाद्य निगम के क्रय केंद्र व पीसीएफ के निबियहवा पोखरा स्थित क्रय केंद्र पर अक्सर ताले लटके रहते है। यूपीएसएस के बेवाना, पीसीएफ के बरधाभीरा क्रय केंद्र पर सिर्फ बैनर टंगे रहते है। यहां खरीद नहीं हो सकी। धान खरीद के नोडल अधिकारी एडीएम राममूर्ति मिश्र ने कहा कि धान खरीद में तेजी आ रही है। डैमेज फीसद बढ़ने से धान खरीद की अड़चन दूर हुई है। किसान अपना धान लेकर क्रय केंद्रों पर जाए। उनके धान की खरीद की जाएगी।