फूटा ग्रामीणों का आक्रोश, तहसील पर प्रदर्शन
अंबेडकरनगर : विद्युतीकरण के लिए रखे गए विद्युत खंभे को जबरिया उठा ले जाने पर अकबरपुर विकासखंड के राम
अंबेडकरनगर : विद्युतीकरण के लिए रखे गए विद्युत खंभे को जबरिया उठा ले जाने पर अकबरपुर विकासखंड के रामपुर जयसिंहपुर के ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। आक्रोशित ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय पर पहुंचकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। उधर विमुक्त जनजाति को अनुसूचित जाति में शामिल किए जाने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट के निकट धरना दिया गया।
विमुक्त जनजाति आरक्षण संघर्ष समिति तथा अखिल भारतीय राजभर महासभा के संयुक्त तत्वावधान में पांच सूत्री मांग को लेकर आंदोलित संगठन के सदस्यों ने कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन करने के बाद धरना दिया। विमुक्त जनजाति आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार राजभर के नेतृत्व में विमुक्त जाति का प्रमाणपत्र जारी किए जाने की मांग की। इसके अलावा अनुसूचित जाति की भांति आरक्षण की सुविधा देने तथा लोरपुर स्थित आठखंभा स्थान को ऐतिहासिक स्थल घोषित किए जाने की मांग हुई। महाराजा सुहेलदेव के नाम पर अकबरपुर से दिल्ली के लिए नई ट्रेन का संचालन शुरू किए जाने के साथ ही अकबरपुर जंक्शन का नाम परिवर्तित कर इसे सुझावल गढ़ जंक्शन रखे की मांग की गयी। बतौर मुख्य अतिथि अखिल भारतीय राजभर महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रामरेखा राजभर तथा भीमसेन भारशिव ने उक्त मांगों को लेकर भारत सरकार को संबोधित ज्ञापन प्रभारी जिलाधिकारी को सौंपा। एक माह में मांगों के पूरा नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है। धरने में राजभर महासभा के जिलाध्यक्ष आज्ञाराम राजभर, जगराम राजभर, राम सिंगार राजभर, लोदी प्रसाद राजभर, केशरी नंदन राजभर, दुर्गावती राजभर, जयंती राजभर, चंदलाल राजभर व राजकुमार राजभर आदि शामिल रहे। उधर तहसील मुख्यालय पर हुए प्रदर्शन के दौरान रामपुर जयसिंहपुर के ग्रामीणों का कहना था कि उक्त गांव के दलित बस्ती में विद्युतीकरण के लिए बिजली के खंभे रखे गए थे। आरोप है कि गांव के ही दबंग उक्त खंभों को जबरिया बस्ती से उठा ले गए। विरोध करने पर मारपीट को आमादा होने लगे। प्रभारी जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप ग्रामीणों ने बिजली के खंभों को वापस दिलाए जाने के साथ विद्युतीकरण का कार्य पूरा कराने की मांग की है। प्रदर्शन में पुष्पा देवी, मनोज, संतोष, प्रवीण, शत्रुघन, प्रदीप, रामदौर, रामसूरत, राजेंद्र प्रसाद, राम चरन, अमरजीत, अच्छेलाल, सियाराम, मंशाराम, रामजीत, देवी प्रसाद, महेंद्र कुमार व धमेंद्र कुमार आदि शामिल रहे।