किराना व्यवसायी की गोली मारकर हत्या
-एसपी आवास के निकट दिन-दहाड़े हुई दुस्साहसिक वारदात -हमलावर व घटना के कारणों का नहीं लगा सुराग जा
-एसपी आवास के निकट दिन-दहाड़े हुई दुस्साहसिक वारदात
-हमलावर व घटना के कारणों का नहीं लगा सुराग
जागरण कार्यालय, अंबेडकरनगर : किराना व्यवसायी की दिन-दहाडे़ गोली मारकर हत्या कर दी गई। एसपी आवास के ठीक पीछे दुस्साहसिक वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारे भाग निकले। देर से पहुंची पुलिस के पास लकीर पीटने के सिवा कोई रास्ता नहीं था। घटना के कारणों व हमलावरों का पता नहीं चल सका।
घटना मंगलवार की दोपहर कोतवाली अकबरपुर क्षेत्र स्थित मान्यवर कांशीराम शहरी ग्रामीण आवास कॉलोनी कटरिया याकूबपुर की है। करीब तीन बजे कालोनी के ब्लॉक नंबर 64 के समीप गोली चलने की आवाज स्थानीय लोगों ने सुनी। वह ब्लाक के बगल स्थित खाली पड़े भूखंड के समीप पहुंचे तो खून से लथपथ 45 वर्षीय व्यक्ति जमीन पर पड़ा दिखाई दिया। उसके पेट के दाहिने हिस्से के निचले भाग में गोली लगी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल जिला चिकित्सालय भेजवाया। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृतक के पास से 32 सौ रुपए, मतदाता पहचान पत्र एवं मोबाइल फोन बरामद किया। बाद में मृतक की शिनाख्त सम्मनपुर थाना क्षेत्र के मिर्जाबेग दुक्खर मखदूमपुर निवासी अनिल कुमार गुप्ता पुत्र बद्रीप्रसाद के रूप में हुई। खबर मृतक के परिवारीजन को मिली तो वह भी रोते-बिलखते जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बताया कि अनिल की गांव के निकट मखदूमपुर चौराहे पर किराने की दुकान है। वह करीब 11 बजे घर से 33 सौ रुपए लेकर सामान की खरीददारी करने टैंपो से जिला मुख्यालय आए थे। एएसपी पंकज पांडेय, सीओ इंदु सिद्धार्थ ने घटना स्थल का जायजा लिया। एएसपी ने बताया कि मामले की पड़ताल की जा रही है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
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-आखिर कॉलोनी में क्यों गए अनिल
घटना के बाद से ही हर किसी के जेहन में एक ही सवाल कौंध रहा है कि व्यवसायी अनिल दुकान का सामान लेने निकले थे तो वह कॉलोनी तक क्यों गए? उन्हें किसी ने बुलाया, अथवा वह स्वयं गए? जाहिरा तौर पर कोई रंजिश परिवारीजन नहीं बता पा रहे ऐसे आशनाई अथवा लेनदेन का विवाद तो घटना का कारण नहीं बना। जिस स्थान पर अनिल खून से लथपथ पड़े थे? वहां आसपास किसी की मौजूदगी या प्रत्यक्षदर्शी की बात सामने नहीं आयी है। फिलहाल कॉलोनी के लोग घटना के बाद से मौन है। आसपास के लोगों से सख्ती से पूछताछ व मोबाइल कॉल डिटेल के जरिए ही घटना का सुराग मिलने की उम्मीद है।
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-अब कौन बनेगा खेवनहार
अंबेडकरनगर : किराना व्यवसायी अनिल गुप्ता की हत्या के बाद उनके परिवार का खेवनहार छिन गया। कारण वह छोटी सी दुकान चलाकर चार बच्चों व पत्नी के साथ गुजारा कर रहे थे। जिला चिकित्सालय पहुंचे बड़े बेटे अभिषेक उर्फ राहुल (17), राजन (16), रंजीत (13) एवं पुत्री रागिनी (18) रो-रोकर बेहाल हो रहे थे। वह सवाल कर रहे थे कि आखिर अब कौन कमाकर हमारा गुजर-बसर करेगा?
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-अपराधियों व आशनाई का अड्डा बनी कॉलोनी
अंबेडकरनगर : कोतवाली अकबरपुर क्षेत्र में किराना व्यवसायी की हत्या के लिए हत्यारों ने जिस कांशीराम कॉलोनी को चुना, वह प्राय ऐसे मामलों में सुर्खियों में रही है। यहां अराजकतत्वों का दिनरात जमावड़ा रहता है। अपराधी शरण लेते हैं तो आशनाई के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसके पीछे पुलिस व प्रशासन की लापरवाही बड़ी कारण है। कारण कॉलोनी में बने 350 आवासों में आवंटी रहते हैं। जबकि 138 आवासों में बंद ताले यदाकदा खुलते हैं। वहीं 409 आवासों में सदैव ताला बंद रहता है। इसके अलावा कॉलोनी के 259 आवासों में अनाधिकृत एवं अवैध लोग कब्जा जमाएं हैं। इसके पूर्व भी कॉलोनी के एक आवास से दंपत्ति समेत दो मासूमों का शव पुलिस ने बरामद किया था। एक सिपाही ने आशनाई को लेकर दंपती पर हमला किया था। यहां मारपीट व गोलीबारी की घटनाएं आम हैं।