Move to Jagran APP

लाखों जायरीनों ने किया पवित्र खिरके का दर्शन

किछौछा (अंबेडकरनगर) : दरगाह किछौछा शरीफ में प्रसिद्ध सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ सिमनानी के 628वें साल

By Edited By: Published: Sat, 22 Nov 2014 11:24 PM (IST)Updated: Sat, 22 Nov 2014 11:24 PM (IST)
लाखों जायरीनों ने किया पवित्र खिरके का दर्शन

किछौछा (अंबेडकरनगर) : दरगाह किछौछा शरीफ में प्रसिद्ध सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ सिमनानी के 628वें सालाना उर्स के चौथे दिन लाखों जायरीनों की भीड़ रही। कारण 28 वीं मुहर्रम को ही मखदूम साहब ने शरीर त्यागे थे।

loksabha election banner

शनिवार की शाम को आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष व सज्जादानशीन सैय्यद शाह फखरुद्दीन अशरफ अशरफीउल जिलानी, मखदूम साहब का सैकड़ों वर्ष पुराने खिरका (वस्त्र)व अन्य वस्तुओं को धारण कर आस्ताने पर पहुंचे। यहां पर देश के कोने-कोने से आए लाखों जायरीनों ने खिरका, छड़ी मुबारक सहित अन्य वस्तुओं के दर्शन करने के बाद देश के अमन चैन व भाईचारे के लिए विशेष दुआ की। विशेष दुआ के समय जायरीन फूट-फूट कर रोते-बिलखते नजर आए। कारण अब उन्हें पवित्र खिरके का दर्शन करने को एक साल का इंतजार करना होगा। खिरकापोशी के बाद रस्मे गागर अदा किया। इसके पूर्व सज्जादानशीन का जुलूस लहदखाना से उलेमा, मशायख, खादिम, मुजाबिर फोखरा व खानदान के तमाम लोगों के साथ आस्ताने के लिए रवाना हुआ। विशेष दुआ में इंतेजामिया कमेटी के सचिव फैजान अहमद उर्फ चांद, महफूजुर्रहमान, हाजी खलीक, अतीक अशरफ, सैय्यद फरहान, सैय्यद यहिया, सैय्यद फहाद, मौलाना मेराज अशरफ, आसिफ अशरफ, अच्छू भाई, सैय्यद वली अशरफ व सैय्यद अली अशरफ आदि शामिल थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.