साढ़े तीन सौ विद्यालयों में नहीं जला चूल्हा
अंबेडकरनगर : शासन की ओर से परिषदीय विद्यालयों में एमडीएम व्यवस्था को भले ही पटरी पर लाने की पूरी को
अंबेडकरनगर : शासन की ओर से परिषदीय विद्यालयों में एमडीएम व्यवस्था को भले ही पटरी पर लाने की पूरी कोशिश की जा रही हो लेकिन व्यवस्था अभी भी बेपटरी रही चल रही है। बुधवार को जिले के 350 विद्यालयों में एमडीएम के चूल्हे नहीं जल सके। वजह कन्वर्जन कास्ट की अनुपलब्धता बाधक बनी है।
गौरतलब है कि शासन स्तर से जिले में एमडीएम संचालन के लिए तीन किस्तों में करोड़ों रुपया जारी कर दिया गया है। खास बात है कि विभागीय अधिकारी भी मानते हैं कि उक्त बजट मिलने से सितंबर माह तक के कन्वर्जन कास्ट का हिसाब चुकता हो गया है। बावजूद इसके विद्यालयों में छात्रों के लिए दोपहर का भोजन नहीं बन रहा है। वजह की ओर गौर किया जाए तो शासन की ओर से बेसिक शिक्षा विभाग को मिली पहली किश्त ही विद्यालयों को जारी हो सकी है। जबकि शेष दो किस्तों में मिला बड़ा बजट अभी फाइलों के शोभा बढ़ा रहा है। विभागीय सूत्रों की मानी जाए तो हाकिम के अनुमोदन में उक्त प्रक्रिया मंद पड़ी है। ऐसे में कन्वर्जन कास्ट का करोड़ों रुपया जिले को आवंटित होने के बावजूद विद्यालयों को नहीं मिला सका है। लिहाजा एमडीएम के संचालन में दिक्कतों को दूर नहीं किया जा सका है। खास बात है कि सितंबर माह के हिसाब चुकता होने मात्र से ही विभागीय अधिकारी अक्टूबर माह में व्यवस्था के पटरी पर लौटने का दावा कर रहे हैं, जबकि उधारी के खाते में चल रहे अबतक के एमडीएम पर आगे भी संकट के बादल छाए रहने की उम्मीद की जा रही है। इस बाबत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दल सिंगार यादव ने बताया कि कन्वर्जन कास्ट का बजट मिल चुका है। उच्चाधिकारियों से अनुमोदन प्राप्त कर जल्द ही इसे विद्यालयों में भेजकर एमडीएम शुरू कराए जाने पर शिकंजा कसा जाएगा।