Move to Jagran APP

आंदोलन और आक्रोश की आगोश में रहा कलेक्ट्रेट

By Edited By: Published: Sun, 21 Sep 2014 09:42 PM (IST)Updated: Sun, 21 Sep 2014 09:42 PM (IST)
आंदोलन और आक्रोश की आगोश में रहा कलेक्ट्रेट

अंबेडकरनगर : गर्मी व उमस के बीच रविवार को भी कलेक्ट्रेट आंदोलन और आक्रोश की आगोश में रहा। न्याय के लिए पीड़ितों ने कलेक्ट्रेट पर अपनी आवाज बुलंद की। इस दौरान जनसंगठनों व पीड़ितों ने धरना देकर समस्याओं की मांग किया।

loksabha election banner

कंप्यूटर शिक्षा प्राप्त पीजीडीसीए के डिग्रीधारक छात्रों ने अनुदेशक पद नियुक्ति करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर धरना दिया। धरना स्थल पर सभा में पीजीडीसीए संघर्ष मोर्चा जिलाध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा कि वर्ष 2011 में कंप्यूटर शिक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद छात्रों को बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है। शासन को भी कई बार पत्र प्रेषित कर शिक्षक अनुदेशक पद पर नियुक्ति करने की मांग की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि छात्रों के भविष्य को देखते हुए यदि शीघ्र ही अनुदेशक पद पर तैनाती नहीं की जाती है तो छात्र न्यायालय की शरण में जाने को विवश होंगे। धरने में रामदीन, सर्वेश कुमार, पंकज कुमार, कृष्णकुमार, अनिलराज, अशोक वर्मा, हरिप्रसाद, सभापति, ओमप्रकाश प्रजापति, पीयूष, विपिन कुमार, रीता वर्मा, अजीत कुमार, रामनाथ आदि शामिल रहे।

न्याय के लिए जारी आंदोलन : सम्मनपुर थाना क्षेत्र के अशरफपुर पचाउख निवासी स्व. राजबहादुर की पत्‍‌नी रति देवी की हत्या में वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी, आलापुर के अरमा गांव में ग्राम समाज की भूमि को जबरन कब्रिस्तान बनाने से रोकने, गोहत्या व हिंदू उत्पीड़न के विरोध में विश्व हिंदू महासंघ के धरना 14वें दिन भी जारी रहा। जिलाध्यक्ष रामसिंगार गौतम ने कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से धरना दिया जा रहा है, लेकिन प्रशासन के कानों पर जूं नहीं रेंग रहा है। ऐसे में अब 26 सितंबर को उग्र आंदोलन किया जाएगा। धरने में अशोक पांडेय, रामकिशोर, संजय वर्मा, प्रदीप पासवान, पवन राजभर, सुरेश कुमार आदि मौजूद थे।

धरना जारी : टांडा तहसील के बेला परसा निवासी मोल्हू पट्टे की भूमि पर कब्जा पाने के लिए अपने परिवार के कुनबे के साथ धरनारत है। पट्टेदार का आरोप है कि जांच में पट्टा की भूमि पर अवैध कब्जा पाये जाने के बाद भी तहसील प्रशासन अतिक्रमण कर्ताओं को बेदखल नहीं कर रहा है। धरने में वासुदेव, राजदेई, दुलारी, आशा देवी, रामआसरे आदि मौजूद थे।

अनशनकारी की हालत बिगड़ी : अपनी संपत्ति पर कब्जा पाने की मांग को लेकर छह दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे वृद्ध मीरू की हालत रविवार को और बिगड़ गई। अब तक उसकी सुधि लेने कोई अधिकारी या स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंची। टांडा तहसील के अमेदा निवासी मीरू बेऔलाद है, उनका आरोप है कि संपत्ति को हथियाने के लिए उनकी पत्‍‌नी का अपहरण करके हत्या कर दी गई और भूमि पर कब्जा कर भगा दिया गया। अधिकारियों से कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो सकी। हर तरफ से निराश मीरू ने अनशन शुरू कर दिया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.