गजियापुर में टूटा पुलिसिया कहर, पुरुषों का पलायन
टांडा (अंबेडकरनगर) : बुधवार को किसानों और पुलिस के बीच हुए संघर्ष के बाद पुलिस बर्बरता पर उतर आई है। हुसेनपुर सुधाना गांव के मजरा गजियापुर में पहुंची पुलिस ने घरों के बाहर खड़ी दर्जनों मोटरसाइकिलों, साइकिलों व हैंडपंप तोड़ क्षतिग्रस्त कर दिया। चूल्हों पर पक रहे भोजन को फेंक दिया। आरोप है कि महिलाओं के जेवर भी लूट लिए गए। दरवाजा तोड़ घर में घुसकर मारपीट कर अपमानित भी किया गया।
गत बुधवार को एनटीपीसी के लिए अधिग्रहण से प्रभावित गांवों के पांच किसानों को हिरासत में लिए जाने के बाद सम्हरिया बाजार में फैजाबाद मार्ग पर ग्रामीणों ने जाम लगा दिया था। इस दौरान कतिपय पुलिसकर्मियों की नादानी से संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो गई। इसमें एसओ समेत दस पुलिसकर्मी व इससे अधिक ग्रामीण घायल हो गए। सम्हरिया बाजार में केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल सीआरपीएफ सहित भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। बाजार पूरी तरह से बंद है। बाजार में पुलिस के अलावा कोई व्यक्ति नजर नहीं आया। फैजाबाद मार्ग के हुसेनपुर सुधाना गांव के मजरा गजियापुर जाने के पक्का मार्ग पर पुलिस एवं सीआरपीएफ के जवान तैनात हैं। गांव में सामान्य रूप से किसी को जाने नहीं दिया जा रहा है। गांव में पुलिस बल के न होने के बाद भी कर्फ्यू जैसे हालात हैं। पुरुष गांव छोड़कर भाग गए हैं। वृद्ध महिला शांती ने बताया कि बीती शाम पुलिस ने गांव में उत्पात किया। संघर्ष के बाद गांव के पुरुष भाग गए। गांव में महिलाएं और बच्चे ही हैं। रामनसीब वर्मा के घर के बाहर खड़े ट्रैक्टर और बाइक को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। सियाराम वर्मा के घर के सामने स्थित हैंडपंप सहित कई हैंडपंप पुलिस ने तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया। जितेंद्र शर्मा के रिश्तेदार की बाइक सहित लगभग एक दर्जन मोटर साइकिलों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। आरवी शर्मा के घर चूल्हे से उतार भोजन को आंगन में फेंक दिया गया। गृहस्वामी की मां लाखी ने बताया कि उनकी किराना की दुकान के सामान, टार्च, पुलिस वाले उठा ले गए। महिलाओं को अपमानित किया। रामगोपाल वर्मा की पत्नी सुमन वर्मा घर में टूटे बाक्स, बिखरे सामान को दिखाते हुए बताया कि बाहरी दरवाजा अंदर से बंद था। पुलिस दरवाजा तोड़ अंदर घुसी और धमकाया। कमरे में जाकर बाक्स को तोड़कर सोने की पायल, बाला, लॉकेट, माला उठा ले गए। छत पर टीवी, डीटीएच को क्षतिग्रस्त कर दिया। रामसूरत वर्मा की पुत्री सरिता ने पुलिसिया तांडव को दिखाते हुए बताया कि पुलिस दरवाजा तोड़कर घुसी। चूल्हे पर पक रहे भोजन, रोटी, चावल को फेंक दिया। चूल्हा तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया। जिसके कारण भूखे पेट ही सोना पड़ा। महिलाओं राजदेई, मंगरा आदि ने बताया कि पुलिस ने बीती देर शाम पहुंचकर चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गांव में महिलाओं को अपमानित किया गया।