मेगा लोक अदालत में 253 वादों का निस्तारण
जागरण कार्यालय, अंबेडकरनगर : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में मेगा लोक अदालत का आयोजन जनपद न्यायाधीश राजकुमार की अध्यक्षता में किया गया। इसमें 253 वादों का निस्तारण कर 21 हजार 190 रुपये अर्थदंड आरोपित किया गया। वादों के निस्तारण से 431 लोग लाभांवित हुए।
जनपद न्यायालय परिसर में आयोजित मेगा लोक अदालत में पारिवारिक न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश एक परिवारिक व नौ भरण पोषण वाद, अपर सत्र न्यायाधीश विनोद कुमार जायसवाल एवं अपर सत्र न्यायाधीश रामकरन ने एक-एक फौजदारी वादों का निस्तारण किया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट राजेश नारायणमणि त्रिपाठी ने 53 फौजदारी वादों का निस्तारण कर 10 हजार 340 रुपये अर्थदंड आरोपित किया। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 71 वादों का निस्तारण व 3600 रुपये अर्थदंड एवं सिविल जज जूनियर डिवीजन सत्यपाल सिंह प्रेमी ने आठ फौजदारी व 5400 रुपये अर्थदंड आरोपित किया। सिविल जज जूनियर डिवीजन रामलाल ने सात फौजदारी वादों का निस्तारण कर 1850 रुपये अर्थदंड आरोपित किया। इसी प्रकार राजस्व न्यायालयों में 102 वादों का निस्तारण किया गया। मेगा लोक अदालत में बैंक ऑफ बड़ौदा एवं पंजाब नेशनल बैंक के प्री-लिटिगेशन के तहत 31 वादों का निस्तारण सुलह-समझौते के आधार पर कराया गया। निस्तारित वादों से 373 पुरुष, 49 महिलाएं एवं 10 बच्चे लाभांवित हुए। इस मौके पर अपर जिला जज राजीव कुमार, सिविल जज सीनियर डिवीजन महेश चंद्र वर्मा, एलडीएम एके शर्मा, ओमप्रकाश, राजेश कुमार मालवीय, वशिष्ठ मिश्र, जनार्दन पांडेय, पंकज नायब, मुहम्मद फिरोज एवं मोहम्मद मुशीर आदि मौजूद थे।