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वाक्यात कर्बला के आगे हर गम छोटा

By Edited By: Published: Mon, 07 Apr 2014 09:56 PM (IST)Updated: Mon, 07 Apr 2014 09:56 PM (IST)
वाक्यात कर्बला के आगे हर गम छोटा

अंबेडकरनगर : गमे हुसैन हर गम का मदावा है, हमारा बड़ा से बड़ा गम वाक्यात-ए-कर्बला के आगे छोटा है।

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उक्त उद्गार सिकंदरपुर में मसरूर आलम जैदी के आवास पर स्व. नौशाद अली जैदी वल्द अली मोहम्मद जैदी की मजलिसे फातिहा पढ़ते हुए जवादिया अरबी कॉलेज वाराणसी के प्रवक्ता मौलाना सैयद एजाज हसनैन गदीरी ने व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कर्बला जैसी घटना की कोई अन्य मिसाल नहीं है। मछली गांव में बाकिर मेंहदी इब्ने डॉ. सैयद हसन मुज्तबा के इसाल-ए-सवाब के लिए आयोजित मजलिस को खिताब करते हुए वसीका अरबी कॉलेज फैजाबाद के सैयद नदीम रजा जैदी ने कहा कि अहलेबैत अर्थात मोहम्मद वा आले मोहम्मद की मोहब्बत में जो मर जाए उसे शहीद का दर्जा अल्लाह तआला ने दिया। कालेपुर में स्व. मुसन्ना हसन सुत अजहर हुसैन की बर्सी की मजलिस हुई, जिसे मौलाना रईस जार्चवी तथा मौलाना मोहम्मद हुज्जत ने संबोधित किया। कार्यक्रम में मुदस्सिर जौनपुरी व फसाहत जौनपुरी ने कलाम प्रस्तुत किया। आयोजक हसन्ना हसन ने अतिथियों के प्रति आभार जताया।


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