खराब पड़े हैंडपंप, पाइप लाइन भी छलावा
(अंबेडकरनगर) : अधिकांश हैंडपंप खराब पड़े हैं। पेयजल आपूर्ति के लिए बिछाई गई पाइप लाइन भी छलावा साबित हो रही है। ऐसे में गर्मी शुरू होने के साथ ही नागरिकों को पेयजल की समस्या से दो-चार होना पड़ेगा।
35 हजार आबादी वाले इस नगर पंचायत क्षेत्र में कुल 11 वार्ड हैं। इनमें करीब 25 हजार वोटर हैं। इन्हें पेयजल मुहैया कराने की व्यवस्था अधिकांशत: हैंडपंपों के जरिए है। नगर पंचायत क्षेत्र में कुल 78 सरकारी हैंडपंप हैं। इनमें एक दर्जन से अधिक सरकारी हैंडपंप खराब होने के चलते पानी नहीं दे रहे हैं। इन खराब हैंडपंपों में चार को रि-बोर किया जाना है। वहीं पेयजल की सुविधा के लिए पाइप लाइन बिछाई गई लेकिन निचले क्षेत्रों को छोड़कर कई वार्डो में पानी नहीं पहुंच रहा है। सबसे बदतर स्थिति सलारगढ़ व सजौरा मोहल्ले की है। ऊंचाई पर बसे इस मोहल्ले में बिछाई गई पाइप लाइन लोगों के लिए छलावा साबित हो रही है। जिन मोहल्लों में पाइप लाइन के जरिए पानी पहुंच भी रहा है, वहां प्रतिदिन 24 घंटे के भीतर नगर पंचायत द्वारा महज तीन घंटे आपूर्ति की जा रही है। इस कारण पानी की समस्या बरकरार है। ईश्वरनगर, आजादनगर, अंसारगंज व बागीचा मोहल्ले में खराब सरकारी हैंडपंपों को बनवाने की फिक्र किसी को नहीं है। मजबूरी में लोग देशी हैंडपंप का पानी इस्तेमाल कर रहे हैं। इसी तरह राहगीरों की प्यास बुझाने को पांच वाटर कूलर लगे हैं लेकिन अब तक इनका संचालन नहीं हो सका। आजादनगर मोहल्ला निवासी मानिकचंद कश्यप का कहना है कि मोहल्ले में प्राथमिक विद्यालय के पास लगे वाटर कूलर को शुरू कराए जाने की मांग कई बार की गई। नगर पंचायत की ओर से इस पर ध्यान नहीं दिया गया। अंसारगंज के नौशाद अहमद कहते हैं कि पेयजल के लिए पाइप लाइन तो बिछी है लेकिन नगर पंचायत द्वारा प्रात: सात से आठ, दोपहर 12 से एक व सायं चार से पांच बजे तक पानी की आपूर्ति की जा रही है। इससे समस्या बरकरार है। ईश्वरनगर के रामअवतार कहते हैं कि नगर की मुख्य सड़कों को छोड़कर भीतरी मोहल्लों पेयजल मुहैया नहीं हो पा रहा है। बागीचा मोहल्ले के श्रीराम का कहना है कि मोहल्ले में नदी के किनारे लगे हैंडपंप को ठीक कराने की मांग कई बार की गई लेकिन जिम्मेदार लोगों द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।