अर्द्धकुंभ तैयारियों का ध्यान रखकर हो रहा रेलवे स्टेशनों का सुंदरीकरण
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एके मित्तल ने कहा कि अर्द्धकुंभ तैयारियों का ध्यान रखकर रेलवे स्टेशनों का सुंदरीकरण हो रहा है।
इलाहाबाद(जेएनएन)। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष (सीआरबी) एके मित्तल ने कहा कि अर्द्धकुंभ रेलवे के मुख्य एजेंडों में हैं। इसको ध्यान में रखकर स्टेशनों का सुंदरीकरण, सूबेदारगंज स्टेशन को टर्मिनल बनाने, फुटओवर ब्रिज बनाने समेत अनेक कार्य किए जा रहे हैं। इससे पहले रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने मुख्यालय में एनसीआर, एनआर (उत्तर रेलवे), एनईआर (उत्तर-पूर्व) के आलाधिकारियों के साथ अर्द्धकुंभ की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की।
बेहतर सुविधा पर निजीकरण नहीं
आज उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के मुख्यालय में प्रेसवार्ता में सीआरबी ने कहा कि रेलवे की कोशिश है कि यात्रियों को बेहतर सुविधा मिले। भारतीय रेलवे, स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास बनाने पर काम कर रही है। रेलवे स्टेशनों को पीपीपी मॉडल पर पुनर्विकसित किया जाएगा। स्टेशनों का निजीकरण नहीं होगा। इस मामले पर शर्त और मुनाफा के अंश पर अभी विचार मंथन चल रहा है।
23 वर्ल्ड क्लास स्टेशन की योजना
अध्यक्ष ने कहा कि देश के 400 स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास बनाने की योजना रेलवे की है। पहले दौर में 23 स्टेशन चयनित किए गए हैं। इसमें उत्तर मध्य रेलवे के इलाहाबाद जंक्शन और कानपुर सेंट्रल शामिल हैं। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है। टेंडर के माध्यम से निजी फर्म को यह जिम्मेदारी दी जाएगी। स्टेशनों के पास खाली पड़ी भूमि और एयर स्पेस को फर्म वाणिज्यक उपयोग में लेकर उससे होने वाले मुनाफे से स्टेशनों को पुनर्विकसित करेगी। 45 साल के लिए भूमि लीज पर दी जाएगी।