इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को लिखी खून से चिट्ठी
छात्रनेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक से पुलिस लाइंस में मिलकर उन्हें कैंपस की वर्तमान स्थिति के बारे में अवगत कराया।
इलाहाबाद (जागरण संवाददाता)। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रवासों को खाली कराए जाने का दौर जारी है। शनिवार को छात्र नेताओं ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री को अपने खून से लिखा पत्र भेजा। छात्रनेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक से पुलिस लाइंस में मिलकर उन्हें कैंपस की वर्तमान स्थिति के बारे में अवगत कराया। छात्रनेताओं ने राज्यपाल से छात्रवास मुद्दे पर केंद्रीय मानवसंसाधन विकास मंत्री से मिलकर हस्तक्षेप की मांग भी की।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ भवन पर छात्रों का क्रमिक अनशन शनिवार को छठवें दिन भी जारी रहा। दोपहर में बड़ी संख्या में छात्र और छात्र नेता वहां एकत्रित हुए और अपने रक्त से प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और मानव संसाधन मंत्री को कैंपस की वर्तमान स्थिति के संबंध में पत्र लिखा। इसमें छात्र नेताओं ने प्रशासनिक लापरवाही को रेखांकित किया। छात्रनेताओं का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल प्रदेश के राज्यपाल से पुलिस लाइन में मिला और छात्रवासों को खाली कराए जाने के निर्णय में हस्तक्षेप की मांग की।
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राज्यपाल ने मानव संसाधन मंत्री से इस संदर्भ में वार्ता का आश्वासन दिया। इविवि छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने कहा कि हम शांतिपूर्ण और वैधानिक तरीके से छात्रवासों को खाली कराने के निर्णय का करते रहेंगे। उपाध्यक्ष आदिल हमजा ने कहा कि कुलपति को छात्रों की मन:स्थिति को समझना चाहिए।
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