Kumbh mela 2019 : स्वामी स्वरूपानंद के रामाग्रह यात्रा में नहीं शामिल होंगे अखाड़े : नरेंद्र गिरि
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपील के बाद अखाड़ा परिषद ने रामाग्रह यात्रा से अखाड़ों को अलग कर लिया है। हालांकि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद की इस यात्रा का समर्थन करने की बात भी कही।
कुंभनगर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपील के बाद अखाड़ों ने खुद को शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की रामाग्रह यात्रा से अलग कर लिया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि अभी कुंभ चल रहा है, अधिकतर महात्मा यहीं व्यस्त हैं। चार मार्च को महाशिवरात्रि बीतने केबाद अखाड़ा परिषद की बैठक बुलाकर अयोध्या जाने की रणनीति बनाई जाएगी। फिर उसी के अनुरूप 13 अखाड़ों के महात्मा यात्रा निकाल कर अयोध्या जाकर राम मंदिर निर्माण की पहल करेंगे।
कहा, शंकराचार्य को हमारा समर्थन है लेकिन उनके साथ नहीं जाएंगे
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि शंकराचार्य स्वरूपानंद को हमारा समर्थन है, लेकिन प्रयाग से उनके साथ अयोध्या नहीं जाएंगे। अयोध्या पहुंचकर शंकराचार्य को समर्थन देंगे।
स्वामी स्वरूपानंद 21 फरवरी को राम मंदिर निर्माण की घोषणा कर चुके हैं
शंकराचार्य स्वरूपानंद 21 फरवरी को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास करने की घोषणा कर चुके हैं। वह 17 फरवरी को अयोध्या के लिए प्रयागराज से संतों व श्रद्धालुओं के साथ निकलने वाले हैं। रामाग्रह यात्रा को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने समर्थन दिया था। इधर 13 फरवरी को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के प्रयागराज आने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों व 13 अखाड़ों के महात्माओं से मुलाकात की थी। साथ ही स्वरूपानंद की रामाग्रह यात्रा में शामिल न होने का आग्रह किया था। योगी ने महात्माओं से राम मंदिर निर्माण का जल्द हल निकालने का आश्वासन दिया था। तब महात्माओं ने उन्हें अयोध्या न जाने का भरोसा दिया था।